नीम-आंवला के पौधे पल्लवित होने से चार मार्ग बने हर्बल मार्ग

जागरण संवाददाता इटावा पर्यावरण तथा आयुर्वेद के प्रति आम जनमानस को और अधिक जागरूक करन

By JagranEdited By: Publish:Sun, 04 Jul 2021 07:43 PM (IST) Updated:Sun, 04 Jul 2021 07:43 PM (IST)
नीम-आंवला के पौधे पल्लवित होने से चार मार्ग बने हर्बल मार्ग
नीम-आंवला के पौधे पल्लवित होने से चार मार्ग बने हर्बल मार्ग

जागरण संवाददाता, इटावा : पर्यावरण तथा आयुर्वेद के प्रति आम जनमानस को और अधिक जागरूक करने के लक्ष्य को लेकर जनपद में चार मार्गों पर तीन साल पूर्व लोनिव द्वारा नीम और आंवला के पौधे रोपित किए गए। समुचित देखरेख होने से पौधे निरंतर पल्लवित हो रहे हैं। इससे यह चारों मार्ग हर्बल मार्ग घोषित किए गए है। इस सफलता से अन्य मार्गों को भी हर्बल बनाने की पहल की जा रही है।

15 अगस्त 2018 को लोनिवि यानी लोक निर्माण विभाग ने यह अभियान शुरू किया था। इसके तहत इटावा-कचौरा मार्ग पर सिद्ध स्थल पिलुआ महावीर हनुमान गढ़ी तक 2.90 किमी की दूरी में 290,

सैफई- भरथना बाहरपुरा नहर मार्ग पर नगला धना पत्तापुरा के पास 3.50 किमी की दूरी में 300, चौबिया कुम्हावर मार्ग पर 4.30 किमी की दूरी में 370 तथा सैफई-करहल बाईपास मार्ग पर 5.76 किमी की दूरी में 150 उपरोक्त प्रजातियों के पौधों को रोपित किया गया था। मार्ग के किनारे पौधरोपण करके ट्रीगार्ड से इन पौधों को सुरक्षित किया गया। समय-समय पर खाद-पानी देने से अधिकतर पौधे सही ढंग से पल्लवित हो रहे हैं। उपरोक्त मार्गों का समय-समय पर उच्चाधिकारी भी जायजा ले रहे हैं। इससे इन पौधों पर विशेष ध्यान दिए जाने से उपरोक्त मार्गों का वातावरण परिवर्तित हो गया है। इस सफलता से विभागीय अधिकारियों का भी उत्साहवर्धन हुआ है जिससे जनपद में अन्य मार्गों को भी हर्बल बनाए जाने की पहल शुरू की जा रही है।

इस क्षेत्र की भौगोलिक तथा उपजाऊ भूमि के मद्देनजर उपरोक्त मार्गों को हर्बल मार्ग के लिए चिह्नित करके ज्यादातर नीम, आंवला और अर्जुन के पौधों को रोपित कराया गया था। समुचित देखरेख से अधिकतर पौधे तेज गति से पल्लवित हो रहे हैं। हर्बल मार्ग बनाने का मकसद लोगों की इम्युनिटी को बेहतर करने तथा पर्यावरण को शुद्ध रखना है। यह कार्य बगैर किसी अतिरिक्त बजट के विभाग अपने संसाधनों से कर रहा है।

चंद्रशेखर सिंह, अधिशाषी अभियंता लोनिवि

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