मेडिकल यूनिवर्सिटी में चार घंटे ठप रही इमरजेंसी सेवाएं

संवाद सहयोगी सैफई उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय सैफई के ब्लड बैंक में तैनात डॉक्ट

By JagranEdited By: Publish:Mon, 14 Jun 2021 07:06 PM (IST) Updated:Mon, 14 Jun 2021 07:09 PM (IST)
मेडिकल यूनिवर्सिटी में चार घंटे ठप रही इमरजेंसी सेवाएं
मेडिकल यूनिवर्सिटी में चार घंटे ठप रही इमरजेंसी सेवाएं

संवाद सहयोगी, सैफई : उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय सैफई के ब्लड बैंक में तैनात डॉक्टर ने सोमवार को स्टाफ नर्स से अभद्रता कर दी। इससे गुस्साए स्टाफ नर्स यूनियन के पदाधिकारियों ने इमरजेंसी सेवाएं ठप कर गेट पर धरना शुरू कर दिया।

नर्सिंग एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल गोयल ने बताया कि सोमवार को नर्सिंग यूनियन की तरफ से रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया था। ब्लड बैंक के प्रशासनिक अधिकारी डा. विनीत चतुर्वेदी ने रक्तदान शिविर में रुकावट डाली और नर्सिंग कर्मियों से अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया। इससे गुस्साए कर्मचारियों ने एक साथ होकर ट्रामा सेंटर पर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया और काम बंद कर दिया। नारेबाजी की और मांग की कि डॉक्टर को निलंबित किया जाए और वह यूनियन से माफी मागें। सूचना मिलने पर एसडीएम एन राम, सीओ साधुराम, थाना प्रभारी मो. हामिद सिद्दीकी, वैदपुरा थाना प्रभारी अनिल मणि त्रिपाठी मौके पर पहुंचे और कर्मचारियों को समझाया। कुलपति प्रो. रमाकांत यादव के निर्देश पर कुलसचिव सुरेश चंद्र शर्मा, चिकित्सा अधीक्षक डा. आदेश कुमार, डा. एसपी सिंह, डा. सोमेंद्र पाल ने यूनियन के प्रतिनिधि मंडल से वार्ता की और मामले पर कुलपति ने अभद्रता करने वाले डॉक्टर विनीत चतुर्वेदी के खिलाफ पांच सदस्यीय जांच कमेटी गठित करके 24 घंटे में रिपोर्ट मांगी। विनीत चतुर्वेदी को ब्लड बैंक के चार्ज से हटा दिया गया। चार घंटे मरीज रहे परेशान विश्वविद्यालय में आपस में स्टाफ के झगड़े के चलते मरीजों को चार घंटे परेशान रहना पड़ा। इमरजेंसी सेवाएं बाधित रहीं और मरीजों को इलाज नहीं मिल सका। जो अंदर थे वह अंदर रहे और जो बाहर थे वह बाहर बैठे रहे। गेट पर ही नर्सिंग स्टाफ बड़ी संख्या में बाहर गेट पर बैठा रहा जिससे ट्रामा सेंटर में कोई अंदर नहीं जा सका। मेडिकल छात्रों से झगड़ा होने से बचा ट्रामा सेंटर पर जब नर्सिंग यूनियन का धरना प्रदर्शन चल रहा था तभी मेडिकल छात्र भी काफी संख्या में वहां पर पहुंच गये। वह लोग नर्सिंग स्टाफ को नसीहत देने लगे कि गलती अगर एक डॉक्टर ने की है तो उसे ही गाली दें सभी डॉक्टरों को गाली न दी जाए। अन्यथा की स्थिति में दिक्कत खड़ी हो जाएगी जिस पर दोनों पक्षों में झगड़ा होने की नौबत आ गई। पुलिस बल ने मेडिकल छात्रों को वहां से अलग किया और नर्सिंग स्टाफ को भी नसीहत दी।

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