आयुर्विज्ञान विवि में आपाधापी कम, मिलने लगा इलाज

संवाद सहयोगी सैफई कोविड-19 मरीजों में लगातार कमी आ रही है। पिछले दिनों उप्र आयुर्विज्ञ्‍

By JagranEdited By: Publish:Sun, 16 May 2021 04:24 PM (IST) Updated:Sun, 16 May 2021 06:21 PM (IST)
आयुर्विज्ञान विवि में आपाधापी कम, मिलने लगा इलाज
आयुर्विज्ञान विवि में आपाधापी कम, मिलने लगा इलाज

संवाद सहयोगी, सैफई : कोविड-19 मरीजों में लगातार कमी आ रही है। पिछले दिनों उप्र आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय में इलाज कराना मुश्किल था, न बेड मिल रहे थे न दवा न ऑक्सीजन। अब स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हो रही है। अब कोविड-19 के अलावा अन्य बीमारी से ग्रसित मरीज भी पहुंच रहे हैं।

मैनपुरी निवासी रामा देवी को मधुमेह और बीपी की समस्या थी। पहले टेली मेडिसन के माध्यम से चिकित्सकों से जानकारी ली और जांच के बाद उन्हें दवा दी गई। फर्रुखाबाद निवासी गयादीन को उनके बेटे मोटरसाइकिल से लेकर आए थे। उन्हें फेफड़ों में दिक्कत थी, बिना किसी आपाधापी के सबसे पहले इमरजेंसी ट्रामा सेंटर में उनका पर्चा बनवाया गया और 17 नंबर काउंटर पर चिकित्सकों ने मरीज को देखकर इलाज किया।

नौ मई से कार्यवाहक कुलपति का दायित्व संभाल रहे प्रो. (डॉ.) रमाकांत यादव लगातार अपनी टीम के साथ सुबह शाम हर वार्ड में राउंड ले रहे हैं और मरीजों से मिलकर उनकी समस्याओं को हल कर रहे हैं। उन्होंने पहले दिन ही यह निर्देश दिए थे कि एक भी मरीज बगैर इलाज लिए विश्वविद्यालय से लौटना नहीं चाहिए। नतीजतन पहले जहां मरीजों को बेड फुल होने के कारण लौटना पड़ रहा था, ऑक्सीजन की किल्लत से लोग जूझ रहे थे, वहीं अब इलाज में सुगमता होने लगी है।

------

सफाई कमियों के चेहरे पर आई खुशी

चिकित्सा विश्वविद्यालय में करीब 350 सफाई कर्मचारी ठेकेदार के माध्यम से कार्यरत हैं। पिछले दिनों उनको हर महीने की वेतन लेने के लिए विश्वविद्यालय में हड़ताल करनी पड़ती थी। उसके बाद वेतन मिलता था। पहली बार पिछले दो महीनों की रुका हुआ वेतन कार्यवाहक कुलपति के दिशा निर्देश पर बगैर हड़ताल किए कर्मचारियों के खाते में डाला गया है। ठेकेदार को हिदायत दी गई है कि महीने की आखिरी तारीख तक समय अनुसार कर्मचारियों को वेतन वितरित कर दिया जाए, नहीं तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

chat bot
आपका साथी