नशा समाज के लिए अभिशाप, विकास में बाधक

संवादसूत्र महेवा नशा मुक्त भारत अभियान के अंतर्गत लोकमान्य रूरल इंटर कॉलेज महेवा के सभागा

By JagranEdited By: Publish:Fri, 26 Feb 2021 05:24 PM (IST) Updated:Fri, 26 Feb 2021 06:41 PM (IST)
नशा समाज के लिए अभिशाप, विकास में बाधक
नशा समाज के लिए अभिशाप, विकास में बाधक

संवादसूत्र, महेवा : नशा मुक्त भारत अभियान के अंतर्गत लोकमान्य रूरल इंटर कॉलेज महेवा के सभागार में शनिवार को एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में

राजकीय आश्रम पद्धति विद्यालय कांधनी के प्रधानाचार्य डॉ. निर्मल चंद्र वाजपेयी ने कहा कि नशा समाज के लिए अभिशाप है। इसके प्रयोग से स्वास्थ्य, धन व प्रतिष्ठा की हानि होती है, जो विकास की राह में मुख्य अवरोध है। इससे धीरे-धीरे व्यक्ति अवसाद में जीने लगता है।

इस मौके पर डॉ. वाजपेयी ने छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि पहला सुख निर्मल काया होता है। अत: हमें समाज के सजग प्रहरी के नाते अपने परिवार, पड़ोस, मोहल्ले, गांव व शहर में नशा मुक्ति के प्रति जागरुकता फैलानी है। जब हम नशे के आदी हो जाते हैं तो बीमार रहना स्वाभाविक प्रक्रिया है। नशा से हमें मुफ्त में मानसिक अवसाद, उत्तेजक व्यवहार, असमय मृत्यु, पीलिया, कैंसर जैसी गंभीर बीमारी मिलती हैं। अपराध की धुरी में नशा ही होता है। उन्होंने कार्यशाला में उपस्थित अध्यापक, कर्मचारी, छात्र-छात्राओं को शपथ दिलाई कि नशा मुक्ति अभियान में स्वयंसेवी कार्यकर्ता के रूप में कार्य करेंगे और नशा मुक्त समाज को स्थापित करेंगे। जीवन में कभी कोई भी नशा नहीं करेंगे।

अध्यक्षता कर रहे लोकमान्य रूरल इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य शिवशंकर त्रिपाठी ने छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि नशा मुक्त भारत का सपना तभी साकार हो सकता है जब इसमें जन सहभागिता होगी। ग्राम्य विकास अधिकारी मो. जुनैद, किरन शर्मा, मंजूलता, लवकुश जाटवानी, प्रताप तिवारी, पियूष कश्यप, अवनीश पांडेय आदि ने प्रतिभाग किया। संचालन राजकुमार ने किया।

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