दिव्यांग और बेवा के घर गिरे, खुले में रहना मजबूरी

संवाद सहयोगी जसवंतनगर बारिश से क्षेत्र में काफी नुकसान हुआ है दिव्यांग और बेवा के घर

By JagranEdited By: Publish:Fri, 17 Sep 2021 05:46 PM (IST) Updated:Fri, 17 Sep 2021 06:53 PM (IST)
दिव्यांग और बेवा के घर गिरे, खुले में रहना मजबूरी
दिव्यांग और बेवा के घर गिरे, खुले में रहना मजबूरी

संवाद सहयोगी, जसवंतनगर : बारिश से क्षेत्र में काफी नुकसान हुआ है, दिव्यांग और बेवा के घर धराशायी होने से दोनों खुले आसमान तले जीवन यापन करने को विवश हो गए हैं।

ग्राम धनुआ के रमेश चंद्र राठौर दिव्यांग हैं जिन्होंने कई वर्ष पूर्व मकान बनाया था, आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने से कच्ची छत डाली थी। तभी से वह परिवार के साथ इस मकान में रहकर गुजर बसर कर रहा था। लगातार हुई बारिश के दौरान मकान की छत व दीवार भरभराकर गिर गयी। गनीमत ये रही कि उस समय परिवार के लोग टीनशेड में बैठे हुए थे जिससे भयावह हादसा टल गया हालांकि पास ही बंधी भैंस के कुछ चोट आ गई है। दिव्यांग का गृहस्थी का सामान नष्ट तथा परिवार बेघर हो गया है। दूसरी ओर नगला लायक में बेवा रीमा देवी का भी मकान गिर गया। ग्राम प्रधान प्रतिनिधि व भाजपा नेता बब्बू यादव ने कहा कि पीड़ित परिवार को शासन द्वारा मदद दिलाने का काम करेंगे। मुकुटपुर व बस्ती महेवा में मकान गिरे महेवा : शुक्रवार को भी सुबह से ही रिमझिम बरसात होती रही जिसके चलते ग्राम मुकुटपुर व बस्ती महेवा में कच्चे घर गये। ग्राम मुकुटपुर में सोबरन सिंह का कच्चा मकान गिर गया जिससे उनका करीब 50 हजार रुपये का नुकसान हो गया। बस्ती महेवा में लल्लन बाबू सविता का मकान भी बारिश के चलते ध्वस्त हो गया। लेखपाल सुधीर चौबे ने जायजा लिया। अहेरीपुर मार्ग पर पेड़ गिरने से बिजली के खंभे टूट गये वहीं महेवा में भी बाजार में बिजली के खंभे टूट गये। बुधवार की सुबह आठ बजे से गायब हुई बिजली शुक्रवार को दोपहर दो बजे तक नहीं आ सकी थी। बिजली घर महेवा से जुड़े करीब आधा सैकड़ा गांव 36 घंटे से अंधेरे में डूबे हैं।

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