ऊबड़-खाबड़ मार्ग पर आवागमन दुश्वार
संवाद सूत्र महेवा गड्ढा मुक्त सड़कों को लेकर सरकार के दावों की धरातल पर हकीकत क्या
संवाद सूत्र, महेवा : गड्ढा मुक्त सड़कों को लेकर सरकार के दावों की धरातल पर हकीकत क्या है, इसके लिए अहेरीपुर-बकेवर मार्ग पर सफर करने पर प्रकट हो जाएगी। रोजाना करीब 50 हजार लोग इस ऊबड़-खाबड़ मार्ग पर आवागमन करते हैं। इस सड़क के यह हालात बारिश से नहीं बल्कि एक दशक से बदतर बने हुए हैं।
नेशनल हाईवे से जोड़ने वाले इस अहेरीपुर-बकेवर मार्ग की कुल लंबाई 11 किमी है। इसमें से करीब एक किमी जर्जर स्थिति में होने के कारण जलभराव के चलते लोगों को आवागमन में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। क्षेत्र के कस्बा अहेरीपुर, निबाड़ी कला, वीरपुर समेत करीब दो दर्जन गांव हैं, जहां की करीब 50 हजार लोगों की आबादी इसी मार्ग से जाने के लिए आवागमन करती है। अनदेखी के कारण करीब एक दशक से मार्ग जर्जर हालत में है। हालत यह है कि सड़क में पानी भरा होने के कारण कच्ची सड़क से भी बदतर है। आवागमन करने वालों का बुरा हाल होता है।
निर्मल चंद्र वाजपेयी, राजीव ऋषिश्वर, व्यापार मंडल अध्यक्ष होरीलाल पोरवाल व पूर्व प्रधान गोलू दुबे ने बताया कि सड़क खराब होने से अधिकांश लोग अब कई किमी लंबा चक्कर लगाकर बकेवर से अहेरीपुर मार्ग से आवागमन करने को मजबूर हैं। क्षेत्रीय विधायक सावित्री कठेरिया ने बताया कि अहेरीपुर बकेवर सहित महेवा से अछल्दा मार्ग का पुनर्निर्माण विशेष मरम्मत वाली सूची में शामिल है। 15 सितंबर को ऐसे कई मार्गों की रिपोर्टिंग की सूची जारी की जा चुकी है। निर्माण के लिए इस्टीमेट के बाद नवंबर माह के अंत तक कार्य पूर्ण कराने के निर्देश दिए गए हैं, इससे पूर्व गड्ढों को भरकर आवागमन योग्य बनाया जाएगा।