जिले में डेंगू से हा-हा-कार फिर भी डेंगू वार्ड खाली

जागरण संवाददाता इटावा इस समय जिले में डेंगू बुखार को लेकर हा-हा कार मचा हुआ है। पर

By JagranEdited By: Publish:Sat, 02 Oct 2021 07:16 PM (IST) Updated:Sat, 02 Oct 2021 07:16 PM (IST)
जिले में डेंगू से हा-हा-कार फिर भी डेंगू वार्ड खाली
जिले में डेंगू से हा-हा-कार फिर भी डेंगू वार्ड खाली

जागरण संवाददाता, इटावा: इस समय जिले में डेंगू बुखार को लेकर हा-हा कार मचा हुआ है। परंतु जिला अस्पताल का डेंगू वार्ड खाली है। इससे जाहिर होता है कि मरीजों को जबरन रेफर किया जा रहा है। जिले के प्राइवेट अस्पताल फुल है। यह कहना है जिले के सांसद डा. रामशंकर कठेरिया का। वे जिला अस्पताल के डेंगू वार्ड की निरीक्षण कर रहे थे। उन्होंने जिला अस्पताल के गेट पर बैठी बीधूपुरा निवासी प्रसूता मोहनी से पूछा कि प्रसव सादा हुआ या आपरेशन से, किसी ने पैसा आदि तो नहीं लिया। इसके बाद रेफर होकर जा रहे मरीज प्रताप सिंह केसमपुर औरैया से पूछा कि तुम अस्पताल से क्यों जा रहे हो तो उसने कहा कि रेफर किया गया है।

बेड नंबर 310 पर भर्ती कपिल कुमार फ्रेंड्स कालोनी से पूछा कि उपचार सही दिया जा रहा है, बेड नंबर 324 पर रेहान से तथा बेड नंबर 3 पर भर्ती भूमि व 313 पर भर्ती वैष्णवी के तीमारदार से उपचार के बारे में जानकारी ली। लिफ्ट बंद देखकर हुए नाराज जब सांसद अस्पताल की दूसरी मंजिल पर पहुंचे तथा बंद लिफ्ट को देखकर सीएमओ व सीएमएस से रोष जाहिर करते हुए कहा कि सरकार मरीजों की सुविधा के लिए इतना पैसा खर्च कर रही है। व्यवस्थाएं फिर भी ठीक नहीं हैं। इसके लिए शासन को लिखा जाएगा। नहीं है डेंगू का उपचार सांसद ने निरीक्षण करने के बाद कहा कि जिला अस्पताल में मरीजों के साथ अच्छा बर्ताव नहीं किया जा रहा है इसीलिए डेंगू वार्ड खाली है। जबकि जिले के निजी अस्पताल फुल चल रहे हैं। यहां मरीजों को डेंगू का इलाज सही तरीके से नहीं दिया जाता है। मरीजों के साथ किये जा रहे व्यवहार की जानकारी शासन तक पहुंचाऊगा। जिले के चिकित्सक डेंगू को वायरल बताकर मरीजों से गलत व्यवहार कर रहे हैं।

इस दौरान डा. भगवानदास सीएमओ, सीएमएस डा. एमएम आर्या, डा. पीके गुप्ता, डा. सुशील कुमार, डा. अजय शर्मा, डा. बीके साहू, जिला अध्यक्ष संजीव राजपूत, सीपू चौधरी आदि मौजूद रहे।

मुख्य गेट पर गंदगी देखकर जताया आक्रोश

सांसद ने जिला अस्पताल में जैसे ही कदम रखा मुख्य गेट के बाहर गंदगी व खुली नाली देख कर रोष जताया। उन्होंने कहा कि जिला अस्पताल परिसर में जलभराव की शिकायतें तो मिलती रहती हैं। लेकिन आज देखा तो समझ में आया कि अस्पताल प्रशासन की लापरवाही ही जलभराव का कारण है। प्रभारी महिला सीएमएस डा. उमेश ने कहा कि अभी काम चल रहा है। खुली नाली को बंद कराया जा रहा है, लेकिन परिसर में जो सोख्ता बना हुआ है वह ऊंचाई पर होने के कारण बारिश का पानी नहीं निकल पा रहा है।

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