डेंगू के डंक का असर इस बार ज्यादा
संवाद सहयोगी सैफई डेंगू का प्रकोप लगातार बढ़ रहा है। पीड़ितों की संख्या सरकारी और
संवाद सहयोगी, सैफई : डेंगू का प्रकोप लगातार बढ़ रहा है। पीड़ितों की संख्या सरकारी और गैर सरकारी अस्पतालों में बढ़ रही है। इटावा, मैनपुरी, औरैया, फर्रुखाबाद सहित आसपास के जनपदों से उप्र आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय सैफई में बुधवार तक 291 मरीजों का इलाज किया जा चुका है। मौजूदा समय में यहां पर डेंगू से पीड़ित 35 मरीज भर्ती हैं। बीते वर्ष 256 मरीज भर्ती हुए थे। विवि में बनाया गया अलग वार्ड ओपीडी के फ्लोर नंबर चार पर डेंगू के अलग से 100 बेड का वार्ड बनाया गया है। वर्ष 2019 में अगस्त माह से अक्टूबर तक डेंगू के 117 मरीजों, वर्ष 2020 में 256 मरीजों का इलाज किया गया था। वर्ष 2021 के अगस्त माह से लेकर पांच अक्टूबर तक 291 मरीजों का इलाज किया जा चुका है। चिकित्सा अधीक्षक प्रो. (डा.) आदेश कुमार ने बताया कि विश्वविद्यालय में डेंगू के इलाज के लिए सारी व्यवस्थाएं हैं। ओपीडी की चौथी मंजिल पर डेंगू के मरीजों के लिए अलग से वार्ड बना है। अभी तक विश्वविद्यालय में 1253 टेस्ट हुए थे, जिसमें 358 पाजिटिव निकले। इनमें से 291 भर्ती किए गए हैं। जुलाई से अक्टूबर के बीच तेजी से फैलता डेंगू चिकित्सा अधीक्षक ने बताया कि जुलाई से अक्टूबर माह के बीच डेंगू तेजी से फैलता है। डेंगू बरसात के मौसम में और उसके बाद के महीनों में यानी जुलाई से अक्टूबर में सबसे ज्यादा फैलता है क्योंकि इस मौसम में मच्छरों के पनपने के लिए अनुकूल परिस्थितियां होती हैं। डेंगू का मच्छर खासतौर पर सुबह के वक्त डंक मारता है। डंक मारे जाने के करीब 3 से 5 दिनों के बाद मरीज में डेंगू बुखार के लक्षण दिखने लगते हैं। शरीर में बीमारी पनपने की मियाद 3 से 10 दिनों की भी हो सकती है। इन बातों का रखें ध्यान -डेंगू का मच्छर ठहरे हुए पानी में पनपता है। इसलिए घरों और आसपास के इलाके में पानी न जमा होने दें।
-कूलर में भरा पानी दो से तीन दिन बाद जरूर बदल दें।
-घर के आसपास नालियों में एंटी लार्वा का छिड़काव करवाएं।
-घर में पानी में फिनाइल डालकर नियमित पोछा लगाएं।
-जब घर से बाहर निकलें तो पूरी शार्ट कपड़ों से परहेज करें।
-मच्छर गाढ़े रंग की तरफ आकर्षित होता है। इसलिए हल्के रंग के कपड़े पहनें। तेज परफ्यूम से बचें क्योंकि मच्छर इसकी तरफ तेजी से आकर्षित होते हैं।
-सोने से पहले हाथ पैर और शरीर के खुले हिस्सों पर विक्स लगाएं।
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जिलाधिकारी ने किया डेंगू वार्ड का निरीक्षण
संवाद सहयोगी, सैफई : जिलाधिकारी श्रुति सिंह ने उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय सैफई के डेंगू वार्ड का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में डेंगू व वायरल फीवर से पीड़ित मरीजों के लिए पर्याप्त संख्या में बेड व जरूरी दवाएं विश्वविद्यालय में उपलब्ध हैं। विश्वविद्यालय में नियमित रूप से डेंगू की जांच भी की जा रही है। कुलपति प्रो. रमाकांत यादव, चिकित्साधीक्षक डा. आदेश कुमार, कुल सचिव सुरेश चंद वर्मा, प्रभारी डेंगू वार्ड डा. रमाकांत रावत, डा. सोमेंद्र पाल सिंह मौजूद रहे।