साफ व रुके पानी में पनपता है डेंगू का मच्छर

जागरण संवाददाता इटावा डेंगू और चिकनगुनिया का वाहक एडीज एजिप्टी मच्छर कई दिन से जमा साफ व रुके पानी में ही पनपता है। कूलर व अन्य बर्तन (जिनमें पानी का संचयन किया जाता है) को सप्ताह में एक बार सुखाकर ही पुन प्रयोग में लाया जाना चाहिए।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 15 May 2019 05:56 PM (IST) Updated:Thu, 16 May 2019 08:13 AM (IST)
साफ व रुके पानी में पनपता है डेंगू का मच्छर
साफ व रुके पानी में पनपता है डेंगू का मच्छर

जागरण संवाददाता, इटावा : डेंगू और चिकनगुनिया का वाहक एडीज एजिप्टी मच्छर कई दिन से जमा साफ व रुके पानी में ही पनपता है। कूलर व अन्य बर्तन (जिनमें पानी का संचयन किया जाता है) को सप्ताह में एक बार सुखाकर ही पुन: प्रयोग में लाया जाना चाहिए। घर की छतों, बेकार पड़े बर्तनों, गमलों के नीचे एसी से निकालने वाले पानी पक्षियों के लिए रखे गए पानी के बरतन आदि को सप्ताह में एक बार सुखाकर ही प्रयोग में लाना चाहिए। जानकारी देते हुए मुख्य चिकित्साधिकारी डा. अनिल कुमार अग्रवाल ने बताया कि अब डेंगू रोग से लोगों को जागरूक करने के लिए नए सिरे से प्रयास किए जा रहें हैं। 16 मई को राष्ट्रीय डेंगू दिवस मनाया जाएगा। इस दौरान गोष्ठी के जरिए डेंगू से बचाव के उपाय बताए जाएंगे। सीएमओ ने अब प्रत्येक सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर कार्यक्रम आयोजित कराने के निर्देश जारी किए हैं। गोष्ठी के अलावा स्कूलों में कार्यक्रम आयोजित करके बच्चों को जागरूक किया जाएगा। क्या होता है एडीज एजिप्टी मच्छर एडीज एजिप्टी मच्छर के काटने से डेंगू फैलता है।

यह छोटा काले रंग का मच्छर होता है जिस पर सफेद धारियां होती हैं।

यह मच्छर अधिकतर दिन के समय काटता है और बार-बार काटता है।

घरों में अधिकतर अंधेरे वाले कोनों, लटके हुए कोनों या छतरी आदि तथा फर्नीचर के नीचे पाया जाता है।

जरा सी जागरुकता से ही डेंगू व चिकनगुनिया से बचा जा सकता है।

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