समितियों को नहीं मिली खाद,किसानों में आक्रोश

संवाद सहयोगी चकरनगर क्षेत्र में संचालित सहकारी समितियों को इस बार भरपूर खाद न मिलने से कि

By JagranEdited By: Publish:Thu, 02 Dec 2021 06:01 PM (IST) Updated:Thu, 02 Dec 2021 06:01 PM (IST)
समितियों को नहीं मिली खाद,किसानों में आक्रोश
समितियों को नहीं मिली खाद,किसानों में आक्रोश

संवाद सहयोगी चकरनगर : क्षेत्र में संचालित सहकारी समितियों को इस बार भरपूर खाद न मिलने से किसानों में भारी आक्रोश व्याप्त है। इससे गेहूं की बोआई में हो रही देरी के चलते किसानों ने जिलाधिकारी से मांग के अनुरूप खाद मुहैया कराने की मांग की है।

चकरनगर क्षेत्र की लगभग 60 हजार हेक्टेयर भूमि के लिए कुल सात सहकारी समितियां संचालित है। सहकारी समितियों की संख्या कम होने से क्षेत्र की जनता में अक्सर खाद की किल्लत देखने को मिलती है। सरसों की बोआई के लिए भी समूचे क्षेत्र के किसानों में डीएपी खाद की पूर्ति नहीं हुई थी। अब गेहूं की बोआई के लिए किसान सहकारी संघ के लगातार चक्कर काट रहे है लेकिन खाद मुहैया नहीं हो पा रही है। सचिवों ने बताया कि इस बार ब्लाक क्षेत्र की सहकारी समितियों मांग के अनुरूप खाद मुहैया नहीं कराई गई है। ऐसी स्थिति में प्राइवेट दुकानदार मौके का फायदा उठाते हुए डीएपी खाद को महंगे दामों पर बेचकर मोटा मुनाफा कमाने की होड़ में जुटे हैं। बोले आक्रोशित किसान कोला से अमोल सिंह चौहान ने बताया सरसों की बोआई के लिये चेक भेजा था। अभी तक हमारी समिति को खाद नहीं मिली है। इससे गेहूं की बोआई काफी पिछड़ रही है। टिटावली के लवकुश उ़र्फ झुन्ना समिति सदस्य का कहना है कि सरसों की बोआई के दौरान किसान भटकता रहा और खाद की मध्यप्रदेश में कालाबाजारी की गयी थी। समिति के कर्मचारियों पर कार्रवाई के बजाय समिति को खाद नहीं दी गई। जिससे किसान को ही फिर से परेशान होना पड़ रहा है। सिरसा के रामप्रकाश यादव ने बताया कि सबसे ज्यादा पूर्व सचिव द्वारा कालाबजारी की गई थी, समिति पर अगर उसने अब खाद बांटी तो सैकड़ों किसान विरोध करेंगे। ग्राम प्रधान कोला मुन्ना सिंह गुर्जर का कहना है कि डीएपी खाद के लिए क्षेत्र का किसान परेशान है। गेहूं की बोआई लेट हो रही है। किसानों की समस्या को देखते हुए जिलाधिकारी प्रभावी कदम उठाएं। क्या कहते हैं जिम्मेदार प्रदीप कुमार सचिव सहकारी संघ टिटावली का कहना है कि इस बार रैक पर खाद नहीं दी गई, अब खाद आने पर ही किसानों को दी जाएगी। एडीओ कृषि दयाशंकर राठौर का कहना है कि अभी सहकारी संघों को खाद उपलब्ध नहीं हो पाई है,दो दिन में खाद मुहैया कराई जाएगी।

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खाद पाने को भटक रहे अन्नदाता

संवादसूत्र, बकेवर : इन दिनों क्षेत्रीय किसानों को गेहूं की बोआई के लिए डीएपी खाद की महती आवश्यकता है। किसान सेवा सहकारी समिति पर किसान बीते कई दिनों से डीएपी और यूरिया खाद के लिए चक्कर लगा रहे हैं परंतु खाद नहीं मिल पा रही है। समिति पर खाद न मिलने पर अन्नदाता कहे जाने वाले किसान अन्य जगह से खाद पाने को भटक रहे हैं। समिति पर यूरिया और डीएपी खाद नहीं है, यूरिया खाद की सरसों तथा आलू की फसल में डालने के लिए आवश्यकता पड़ती है। खाद न मिलने से अधिकांश किसान खेत में समय से खाद नहीं डाल पा रहे हैं किसानों का कहना है कि डीएपी और यूरिया खाद समिति पर पिछले एक सप्ताह से नहीं मिल पा रही है। समिति के सचिव राजीव गोयल ने बताया कि डीएपी व यूरिया खाद के लिए डिमांड भेजी गई है, खाद आते ही वितरित की जाएगी।

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