झीला गांव में नहीं आते सफाई कर्मी, फैल रही गंदगी
संवाद सहयोगी जसवंतनगर ब्लाक क्षेत्र के ग्राम झीला तक आते-आते स्वच्छता अभियान मानों ठहर गया
संवाद सहयोगी, जसवंतनगर : ब्लाक क्षेत्र के ग्राम झीला तक आते-आते स्वच्छता अभियान मानों ठहर गया है। यही वजह है कि पूरे गांव में सफाई-स्वच्छता का नजारा नहीं दिखता। ग्रामीणों की मानें तो उन्हें नहीं मालूम कि स्वच्छता अभियान पर सरकार खर्च कर रही है। बताते हैं कि गांव में कभी सफाई कर्मी नहीं आने से गंदगी फैल रही है। ग्रामीण किस तरह नारकीय जीवन व्यतीत कर रहे हैं, यह देखने-सुनने वाला कोई नहीं है। ग्रामीणों का कहना है कि न तो कभी यहां कोई सेक्रेटरी आया न कोई अधिकारी। कभी कभार प्रधान से अपना दुखड़ा रोने जाते हैं तो टहला दिया जाता है। गांव का हैंडपंप लगभग पांच वर्ष से खराब है। गांव के खरंजे पर जलभराव है, उसके निकास की कभी कोई व्यवस्था नहीं की गई है, जबकि ग्रामीणों को उसी गंदे पानी में होकर आना-जाना पड़ता है। ग्रामीणों के अनुसार गांव में जलभराव का कारण निकास बंद कर दिया जाना रहा है। पहले गांव का पानी खेतों के किनारे-किनारे बंबे में जाकर गिरता था लेकिन बीच में कुछ लोगों ने पानी का निकास बंद कर दिया, जिससे गांव में जलभराव हो गया। कई वर्षों से यह जलभराव खरंजे पर है और प्रधान या सेक्रेट्री या किसी अन्य अधिकारी ने आकर इस समस्या का समाधान नहीं किया है। दो साल पहले गांव में बनाए गए शौचालय जर्जर हाल होने लगे हैं। इससे शौचालयों में घपला किया जाना प्रतीत हो रहा है। शौचालय के साथ दो गड्ढे खोदे जाने थे, लेकिन सिर्फ एक ही गड्ढा खोदा गया है। कई शौचालयों में अभी तक सीट भी नहीं रखी गई है तो किसी पर छत नहीं है। शौचालयों का उपयोग कंडा भरने, करब रखने या अन्य वस्तुओं के रखने के रूप में हो रहा है।