इनपुट के ध्यानार्थ.. डाकघरों में नहीं बन पा रहे आधार कार्ड

केस- एक चौबिया क्षेत्र के इरेन गांव के निवासी संजीव कुमार अपने बच्चों असित व दिव्यांशी का आधा

By JagranEdited By: Publish:Fri, 16 Nov 2018 08:03 PM (IST) Updated:Fri, 16 Nov 2018 08:03 PM (IST)
इनपुट के ध्यानार्थ.. डाकघरों में नहीं बन पा रहे आधार कार्ड
इनपुट के ध्यानार्थ.. डाकघरों में नहीं बन पा रहे आधार कार्ड

केस- एक

चौबिया क्षेत्र के इरेन गांव के निवासी संजीव कुमार अपने बच्चों असित व दिव्यांशी का आधार कार्ड बनवाने के लिए एक माह से डाकघर के चक्कर काट रहे हैं। उन्हें स्कूल में वजीफा व राशन कार्ड बनवाने के लिए आधार कार्ड की जरूरत है।

केस-दो

बरालोकपुर निवासी गोपाल दुबे अपने आधार कार्ड को संशोधित कराने के लिए रोजाना पोस्ट आफिस जाते हैं लेकिन हर बार उन्हें टरका दिया जाता है। कई बार प्रयास के बाद भी अब तक संशोधन नहीं हो पाया है। जागरण संवाददाता, इटावा : यह दो केस तो महज बानगी भर हैं। असल में जिले भर में लोग आधार कार्ड बनवाने और संशोधन के लिए परेशान हो रहे हैं। नगर और भरथना के डाकघर को छोड़ दिया जाए तो अन्य 13 ग्रामीण क्षेत्रों में आधार बनाने का काम पूरी तरह ठप पड़ा है। इससे लोग परेशान हो रहे हैं।

केंद्र सरकार ने आधार कार्ड बनाने का जिम्मा जनसेवा केंद्रों से हटाकर डाकघरों को दे दिया है, लेकिन संसाधन और स्टाफ न होने के कारण आधार बनाने का काम हो ही नहीं पा रहा है। शहर के बरालोकपुर उपडाकघर व जसवंतनगर के मुख्य डाकघर में मशीनें बेकार पड़ी हैं, जबकि लखना के डाकघर में उपकरण न होने के चलते यह काम ठप है। पिछले छह माह से ग्रामीण रोजाना डाकघरों के चक्कर काटकर मायूस लौट जा रहे हैं।

डाक विभाग बता रहा अपनी समस्याएं

आधार कार्ड बनवाने को लेकर एक ओर जहां बड़ी संख्या में लोग परेशान हैं वहीं डाक विभाग कर्मचारी न होने की बात कह रहा है। अधिकारियों के मुताबिक ग्रामीण क्षेत्रों के कई डाकघर ऐसे हैं जहां एक-एक कर्मचारी के सहारे पूरा डाकघर चल रहा है। इसके अलावा आइडी जनरेट न होना भी एक समस्या है। दरअसल जो कर्मचारी आधार कार्ड बनाते हैं पहले उनकी आइडी जनरेट करनी होती है। ये न होने की वजह से समस्या है। आधार कार्ड बनवाने को लेकर डाकघरों में कर्मचारियों की कमी व आइडी जनरेट न होने से समस्या आ रही है। जल्द ही इसे ठीक कराकर काम शुरू किया जाएगा। प्रधान डाकघर में रोजाना आधार कार्ड बनवाए जा रहे हैं।

- प्रदीप कुमार, ओएसडी अधीक्षक डाक मंडल

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