फर्जी दस्तावेज से लिया दो लाख का बैंक ऋण
संवाद सहयोगी चकरनगर मुख्यमंत्री जनसुनवाई पोर्टल पर लेखपाल के खिलाफ पिता को खसरा खतौनी न द
संवाद सहयोगी, चकरनगर : मुख्यमंत्री जनसुनवाई पोर्टल पर लेखपाल के खिलाफ पिता को खसरा खतौनी न देने की शिकायत करना किसान पुत्र को भारी पड़ गया। तहसीलदार की जांच में बैंक से लिए गए ऋण में फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल किया जाना पाया गया है। फर्जी दस्तावेज से दो लाख का बैंक ऋण ले लिया गया। इसमें किसान से लेकर बैंक कर्मचारी भी फंसते नजर आ रहे हैं। लेखपाल ने किसान के खिलाफ थाने में तहरीर दी है।
राहुल प्रताप चौरेला ग्राम लेखपाल के मुताबिक चौरेला गांव के एक युवक ने पिता के फर्जी दस्तावेज लगाकर एसबीआइ बैंक शाखा चकरनगर से एक लाख 90 हजार रुपये किसान क्रेडिट कार्ड के नाम पर फरवरी 2020 में ऋण लिया। जुलाई 2020 में केसीसी का नवीनीकरण भी कर दिया गया। लेखपाल का आरोप है कि बैंक कर्मचारियों द्वारा खसरा खतौनी का सत्यापन नहीं कराया गया। तहसीलदार यदुवीर सिंह ने बताया कि गलत तरीके से किसान द्वारा ऋण निकाला गया है। इसमें कहीं न कहीं बैंक कर्मचारी की गलत भूमिका है। चकरनगर प्रभारी निरीक्षक सुनील सिंह परिहार ने बताया कि बैंक दस्तावेज निकाल लिए गए हैं। तहसीलदार से मिलकर दस्तावेजों की जांच की जाएगी। तदोपरांत आगे की कार्रवाई की जाएगी।
---------
बैंक कर्मचारी संदेह के घेरे में
चौरेला ग्राम लेखपाल राहुल प्रताप के मुताबिक बगैर खसरा खतौनी प्रमाणित किए ही एसबीआइ की शाखा चकरनगर द्वारा एक लाख 90 हजार रुपये का ऋण दे दिया गया। आखिर बगैर जांच के बैंक ने किसान को ऋण कैसे जारी कर दिया। इससे बैंक कर्मचारी भी संदेह के घेरे में हैं।