एंबुलेंस चालकों की हड़ताल खत्म, पांच पर मुकदमा

जागरण संवाददाता इटावा बीते तीन दिन से चल रही सरकारी एंबुलेंस चालकों की हड़ताल गुरुवार

By JagranEdited By: Publish:Thu, 29 Jul 2021 08:26 PM (IST) Updated:Thu, 29 Jul 2021 08:26 PM (IST)
एंबुलेंस चालकों की हड़ताल खत्म, पांच पर मुकदमा
एंबुलेंस चालकों की हड़ताल खत्म, पांच पर मुकदमा

जागरण संवाददाता ,इटावा : बीते तीन दिन से चल रही सरकारी एंबुलेंस चालकों की हड़ताल गुरुवार को समाप्त हो गई। एंबुलेंस चालक काम पर लौट आए। हालांकि इससे पहले बुधवार की रात को एंबुलेंस कंपनी के रीजनल मैनेजर विवेक मिश्रा ने यूनियन के अध्यक्ष सहित पांच लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था।

मुख्य चिकित्साधिकारी डा . भगवानदास ने बताया कि शासन से निर्देश मिले कि जैसे भी हो एंबुलेंस चालकों की हड़ताल समाप्त कराई जाए। अगर जरूरी हो तो सभी की सेवाएं समाप्त करके नए चालकों से एंबुलेंस चलवाई जाए। इस पर उन्होंने सैफई में पहुंचकर हड़ताल कर्मचारियों से वार्ता की। वे अपने साथ 20 नए चालक भी लेकर गए थे और एंबुलेंस चालकों को नए ड्राइवरों को चाबी देने को कहा। इस पर एंबुलेंस चालकों ने हड़ताल खत्म कर दी। संगठन के जिलाध्यक्ष शिव कुमार ने समझौता पत्र दे दिया। दोपहर तक नहीं चली एंबुलेंस गुरुवार दोपहर तक सरकारी एंबुलेंस नहीं चलीं। कर्मचारी नेता दर्ज मुकदमा वापस कराने की मांग कर रहे थे। सीएमओ ने कहा कि हड़ताल समाप्त हो गई है। जिला प्रभारी एंबुलेंस हिमांशु कुमार ने बताया कि हड़ताल समाप्त हो गई है।

सैफई थाने में पांच चालकों के खिलाफ मुकदमा

एंबुलेंस का संचालन करने वाली कंपनी के रीजनल मैनेजर विवेक मिश्रा ने सैफई थाने में एंबुलेंस एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष सहित पांच लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। एस्पा एक्ट के तहत जिलाध्यक्ष शिव कुमार शर्मा, अनुज यादव, ललित कुमार, विकास यादव व विपिन यादव के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया है।

मरीजों को हुई परेशानी भरथना जाने के लिए गीता देवी अपनी जिठानी के साथ अस्पताल में खड़ी थीं। बच्चा जनने के बाद वह घर जाने को उत्सुक थीं। लेकिन जब एंबुलेंस नहीं मिली तो किसी तरह निजी साधन से अपने घर गईं उन्हें काफी देर तक इंतजार करना पड़ा। भैसरई के कमलेश व स्नेहलता अपने डायरिया से ग्रस्त बच्चे को भर्ती कराने आए थे। बच्चा उल्टी, दस्त से परेशान था। 108 पर काल करने के बाद जब एंबुलेंस नहीं पहुंची तो किसी अन्य साधन से अस्पताल पहुंचे। यहां पता चला कि एंबुलेंस की हड़ताल है।

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