इटावा) आसपास--- 70 हजार न देने पर नहीं ले गया एंबुलेंस चालक, संक्रमित की मौत पर मुकदमा

संवादसूत्र ऊसराहार बीते चार दिन पूर्व कोरोना संक्रमित आलू व्यापारी उपनीश गुप्ता की एंबुले

By JagranEdited By: Publish:Thu, 13 May 2021 08:11 PM (IST) Updated:Thu, 13 May 2021 08:11 PM (IST)
इटावा) आसपास---   70 हजार न देने पर नहीं ले गया एंबुलेंस चालक, संक्रमित की मौत पर मुकदमा
इटावा) आसपास--- 70 हजार न देने पर नहीं ले गया एंबुलेंस चालक, संक्रमित की मौत पर मुकदमा

संवेदनहीनता

- 15 हजार में बात तय की, फिर बढ़ाकर मांगे रुपये, इस बीच व्यापारी ने दम तोड़ा

- इंटरनेट मीडिया पर अभियान चलने के बाद सैफई पुलिस ने दर्ज की रिपोर्ट

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संवादसूत्र, ऊसराहार (इटावा) : कोरोना संक्रमित आलू कारोबारी इलाज के लिए कानपुर ले जाने के बदले 70 हजार रुपये मांगने वाले एंबुलेंस चालक पर गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज हो गया है। इंटरनेट मीडिया पर अभियान चलने के बाद कारोबारी के भाई की तहरीर पर सैफई थाने की पुलिस ने कार्रवाई की। पीड़ित परिवार आरोपित को सख्त सजा दिए जाने की मांग कर रहा है।

कस्बा ऊसराहार निवासी व्यापारी के भाई विवेक गुप्ता की तहरीर पर थाना सैफई में दर्ज मुकदमा में पीड़ित ने बताया कि उनके भाई की बीती 29 अप्रैल को तबीयत खराब हो गई थी। उन्हे मैनपुरी के निजी अस्पताल में भर्ती कराया था। नौ मई को हालत बिगड़ने पर कानपुर ले जाने को एंबुलेंस चालक से फोन पर 15 हजार रुपये में बात हुई थी जब वह और उसके चाचा नरेंद्र गुप्ता उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय सैफई के गेट संख्या तीन पर पहुंचे तो एंबुलेंस नंबर यूपी 75 बीटी 1788 वहीं खड़ी थी। संचालक को आसपास के लोग कक्का कहकर बुला रहे थे, वहां उसने 70 हजार रुपये मांगे। 40 हजार देने को तैयार होने पर भी वह जाने को राजी नहीं हुआ। इसकी सूचना सैफई पुलिस को दी तो वह भाग गया। इस बीच भाई की मौत हो गई। सैफई थाना प्रभारी वीर बहादुर सिंह एंबुलेंस चालक की तलाश की बात कह रहे हैं।

डीएम ने दिलाया था कार्रवाई का भरोसा

व्यापारी की मौत के बाद इंटरनेट मीडिया पर न्याय की मांग ने जोर पकड़ा। इसके बाद जिलाधिकारी मैनपुरी महेंद्र बहादुर सिंह ने पीड़ित के भाई को फोन कर मदद का भरोसा दिलाया। मुकदमा दर्ज कराने को लेकर इटावा जिला प्रशासन के अधिकारियों से वार्ता की लेकिन जनपद से पीड़ित परिवार से मिलने न अधिकारी पहुंचा और न कर्मचारी। इसको लेकर पीड़ित परिवार में नाराजगी है। व्यापारी के भाई विवेक ने बताया कि डीएम मैनपुरी ने मुकदमा दर्ज कराने को लेकर जिले के एसएसपी डॉ. बृजेश सिंह से भी बात की लेकिन स्थानीय प्रशासन का कोई सहयोग नहीं दिखा। तहसीलदार ताखा सैनिटाइज कराकर लौट गए थे, उनसे कोई वार्ता नहीं हुईं। वहीं व्यापार मंडल ने व्यापारी के परिवार को आर्थिक सहायता की मांग की है।

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