अहनैया नदी में उफान,किसानों की चिंता बढ़ी

संवाद सूत्र बरालोकपुर विकास खंड बसरेहर के अंतर्गत निकली अहनैया नदी के उफान से किसानो

By JagranEdited By: Publish:Sat, 18 Sep 2021 05:08 PM (IST) Updated:Sat, 18 Sep 2021 06:38 PM (IST)
अहनैया नदी में उफान,किसानों की चिंता बढ़ी
अहनैया नदी में उफान,किसानों की चिंता बढ़ी

संवाद सूत्र, बरालोकपुर : विकास खंड बसरेहर के अंतर्गत निकली अहनैया नदी के उफान से किसानों के माथे पर चिता लकीरें हैं। बारिश के कारण नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। जिससे किसान परेशान है। कबूली गांव के कुछ किसानों के खेत में खड़ी धान की फसल डूबने लगी है। इससे करीब एक दर्जन किसान के खेत प्रभावित हुए हैं। अगर लगातार बारिश होती रही और जलस्तर बढ़ा तो कई किसानों की फसल और डूबने की संभावना बढ़ गई है।

कबूली गांव के किसान राजवीर सिंह, अनिल कुमार, मिलेश कुमार, मुकेश कुमार ने बताया कि चार दिन से लगातार हो रही बारिश के कारण अहनैया नदी उफान पर आ गई है जिससे किसानों के सामने अपनी फसल बचाने का संकट पैदा हो गया है। नदी किनारे मौजूद खेतों पर खड़ी धान की फसल में पानी भरना शुरू हो गया है। कुछ किसानों की फसल डूब गई है। अगर पानी और बढ़ा तो किसानों की सैकड़ों बीघा धान की फसल डूबकर नष्ट हो जाएगी। उन्होंने बताया कि यह नदी ग्राम टिसुआदेव, नगला लछू, भरतपुरा, मूंज, कबूली, छतरपुरा, टकीपुरा, रमपुरा से होकर गुजरती है। धान की फसल पैदा करने वाले किसानों के माथे पर बल पड़े हुए हैं।

किसान अनिल कुमार ने बताया कि यह नदी मैनपुरी जनपद से आती है और भोगनीपुर प्रखंड निचलीगंग नहर में जाकर मिलती है। उन्होंने जिला प्रशासन से मांग की है कि नाला बंबा का पानी अगर कम नहीं किया गया तो सैकड़ों बीघा फसल किसानों की डूब जाएगी। दो वर्ष पूर्व भी डूबी थी किसानों की फसल सर्वोदय जागरण मंच के अध्यक्ष नीरज कुमार यादव ने बताया कि दो वर्ष पूर्व भी किसानों की फसल नदी में उफान आने के कारण डूब गई थी तब उन्होंने जिला प्रशासन को इस समस्या से अवगत कराया था। यह जलस्तर हर बार बढ़ता है। तो किसानों के सामने संकट खड़ा हो जाता है। दो वर्ष पूर्व एसडीएम सदर सिद्धार्थ ने मौके पर पहुंचकर बढ़ते जलस्तर को देखकर पीछे से पानी रुकवाया था तब कहीं जाकर किसानों ने चैन की सांस ली थी। बारिश से कच्चा मकान गिरा थाना चौबिया क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम पंचायत बीना में चार दिन से हो रही बारिश के बाद कच्चा मकान भरभरा का गिर पड़ा। गनीमत यह रही कि उस समय मकान के अंदर कोई मौजूद नहीं था। मोहम्मद जावेद निवासी बीना अपने परिवार के साथ कच्चे मकान में रह रहा था। बारिश के कारण शनिवार की सुबह उसका मकान गिर पड़ा। परिवार के सभी लोग खेतों पर काम करने के लिए गए हुए थे। मकान के गिरने की आवाज सुनकर पड़ोसियों ने इसकी सूचना मोहम्मद जावेद को दी। जावेद ने बताया कि उसकी घर गृहस्थी का सामान सामान दब कर नष्ट हो गया है।

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