आखिर रिहायशी इलाके में कैसे बनी आतिशबाजी की गोदाम
संवाद सहयोगी भरथना नीचे बारूद की गोदाम ऊपर रहने को मकान। यानी अनहोनी हो तो आसपास क
संवाद सहयोगी, भरथना : नीचे बारूद की गोदाम, ऊपर रहने को मकान। यानी अनहोनी हो तो, आसपास का इलाका भी खतरे की जद में आने का पूरा इंतजाम। गनीमत रही, गोदाम में आग लगते ही तत्काल बचाव राहत शुरू हो गए और जनहानि नहीं हुई। रिहाइशी इलाके में बारूद के ढेर पर जिदगी बैठी हो और अग्निशमन विभाग को इसका भान ही नहीं हो, उसकी सतर्कता पर बड़ा सवाल खड़ा करता है। अब अग्निकांड हुआ तो सभी अधिकारी जिम्मेदारी से बचने के लिए बगले झांक रहे हैं और किराना व्यापारी के पास आतिशबाजी के लिए बारूद रखने का लाइसेंस है अथवा नहीं, इसकी जांच कराने का पारंपरिक जवाब दोहराया जा रहा है। हालांकि, किराना व्यापारी के मुताबिक उसके पास 10 क्विटल गंधक रखने का लाइसेंस है। इसी लाइसेंस की आड़ में गोदाम में आतिशबाजी तैयार करने के लिए प्रयुक्त होने वाली सामग्री का भारी मात्रा में भंडारण किया गया था।
एएसपी ग्रामीण ओमवीर सिंह ने बताया कि भीषण अग्निकांड में हुए तेज धमाके के साथ निकली आग की लपटों में दमकल के तीन सिपाहियों के मामूली
चोट आई है। फिलहाल नगर के रिहायशी इलाके में इस तरीके से आतिशबाजी बनाने की गोदाम बनी हुई है। इसका लाइसेंस है या नहीं यह जांच का विषय
है। पुलिस द्वारा जांच की जा रही है। फिलहाल कोई जनहानि नहीं हुई है। चीफ फायर आफीसर तबारक हुसैन का कहना है कि जनपद इटावा की सात दमकल
गाड़ियां और औरैया से चार दमकल की गाड़ियों सहित दमकल कर्मियों द्वारा आग पर काबू पाया जा रहा है। गोदाम काफी बड़ा होने से अंदर धीरे-धीरे पटाखों की तेज आवाज और गंधक का धुंआ अधिक मात्रा में आने के कारण कर्मियों को आग बुझाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ा रहा है। स्थिति नियंत्रण में है। जो दमकल कर्मी आग बुझाने के दौरान चुटहिल हो गए थे, उन्हें सीएचसी पर भेजा गया है। उपजिलाधिकारी हेम सिंह ने बताया कि किराना व्यापारी के पास बारूद बेचने का लाइसेंस है या नहीं, इसकी जांच की जा रही है। रिहायशी इलाके में कैसे गोदाम बना है। इसकी जांच की जाएगी। वहीं सीओ विजय सिंह ने बताया कि संबंधित व्यक्ति के खिलाफ जांच उपरांत कठोर कार्रवाई की जाएगी। आखिर रिहायशी इलाके में कैसे इतनी बड़ी मात्रा में पटाखे में प्रयोग होने वाली सामग्री एकत्रित थी, इसकी जांच की जाएगी। किसने दी बारूद रखने की इजाजत अग्निकांड के बाद बड़ा सवाल यह कि आखिर किराना व्यापारी को रिहायशी इलाके में बने गोदाम में आतिशबाजी व पटाखा में प्रयोग होने वाली सामग्री रखने की इजाजत आखिर किसने दी। कहीं ऐसा तो नहीं अधिकारियों की मिलीभगत से नगर में आतिशबाजी का काला कारोबार चल रहा हो। नगर वासियों का कहना है कि स्थानीय प्रशासन को नगर में रिहायशी इलाकों में बने गोदामों में भरी आतिशबाजी के बारे में जानकारी हासिल कर कार्रवाई करना चाहिए। कुछ व्यापारियों ने दबी जुबान से बताया कि नगर के आतिशबाजी के कारोबार से जुड़े कुछ व्यापारी बड़ी मात्रा में रिहायशी इलाकों में बने गोदामों में आतिशबाजी भरे हुए हैं, जिसकी जांच की जाए।