ताखा में डेंगू से गई महिला की जान

संवाद सूत्र ऊसराहार थाना क्षेत्र में डेंगू का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है। रविवार

By JagranEdited By: Publish:Mon, 18 Oct 2021 09:56 PM (IST) Updated:Mon, 18 Oct 2021 09:56 PM (IST)
ताखा में  डेंगू से गई महिला की जान
ताखा में डेंगू से गई महिला की जान

संवाद सूत्र, ऊसराहार : थाना क्षेत्र में डेंगू का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है। रविवार को कक्षा नौ के छात्र गौतम की मौत के बाद सोमवार को थाना क्षेत्र के भगवंतपुर निवासी अमर सिंह पाल सेवानिवृत्त फौजी की पत्नी गुड्डी देवी 60 वर्ष ने दम तोड़ दिया। उनको पांच दिन पहले बुखार आने पर स्वजन ने इटावा भर्ती कराया था। डेंगू की पुष्टि होने के बाद लगातार प्लेटलेट्स गिरने पर सैफई आयुर्विज्ञान संस्थान में भर्ती कराया गया, लेकिन हालत खराब होने पर स्वजन ने उन्हें दिल्ली के सब्दरगंज अस्पताल में भर्ती कराया। हालत में कोई सुधार न होने पर रविवार की रात उनकी वहीं मौत हो गई। सोमवार को शव गांव पहुंचा तो मातम छा गया। स्वजन के मुताबिक गुड्डी देवी की प्लेटलेट्स 20 हजार के आसपास रह गई थी, गांव के जितेंद्र पाल सिंह ने बताया उनके गांव में डेंगू और बुखार का प्रकोप चल रहा है। गांव में अभी भी विवेक कुमार, कौशिकी देवी, मुन्नी देवी, चंद्रप्रभा, सरोजनी देवी, वालेश्वर दयाल पाल बुखार से पीड़ित हैं। वहीं ऊसराहार में भी लोगों को बुखार से निजात नहीं मिल रही है। ऊसराहार भरथना मार्ग पर पानी का निकास न होने से तमाम लोगो के घरों के सामने पानी भरा हुआ है। शिवम तिवारी, शिशुपाल यादव ने बताया अधिकारियों को अवगत कराने के बाद भी ऊसराहार-भरथना मार्ग पर जल निकासी की कोई व्यवस्था नहीं की गई है, जिससे लोगों के घरो में और मकान के सामने बनी आधी अधूरी नालियों में पानी महीनों से भरा हुआ है जिसके चलते लगातार डेंगू का प्रकोप बढ़ रहा है। ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि ध्रुव यादव ने बताया ऊसराहार-भरथना मार्ग पर पक्की नाली के निर्माण के लिए प्रस्ताव भेज दिया गया है, अनुमति मिलते ही काम शुरू किया जाएगा।

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बारिश के बाद भी अस्पताल पहुंचे 410 बुखार पीड़ित

जागरण संवाददाता, इटावा : सोमवार को जिला अस्पताल में वायरल फीवर के मरीजों का तांता लगा रहा। बारिश होने के बावजूद भी बड़ी संख्या में मरीज पहुंचे। रजिस्ट्रेशन केंद्र पर 1005 मरीजों ने अपना रजिस्ट्रेशन कराया। जिनमें से 410 मरीज वायरल बुखार के पाए गए। 80 बच्चे भी वायरल फीवर के पाए गए।

डेंगू के लिए 190 जांच लैब पर कराई गईं जिनके नमूने जांच के लिए उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय सैफई भेजे गए हैं।

मुख्य चिकित्साधीक्षक डा. एमएम आर्या ने बताया कि मरीजों की संख्या में अभी कमी नहीं आ रही है। जो भी मरीज अस्पताल में वायरल फीवर के आ रहे हैं उनका समुचित इलाज किया जा रहा है। संभावित डेंगू के मरीजों की जांच कराई जा रही है। उनके नमूने उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय सैफई भेजे जा रहे हैं। जांच आने के बाद ही उनका डेंगू वार्ड में इलाज किया जाता है। जो मरीज क्रिटिकल पोजीशन में हैं उनको उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय सैफई भेजा जा रहा है।

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