जिला अस्पताल में पहुंचे 371 वायरल बुखार के मरीज
देर से मिल रही डेंगू की जांच रिपोर्ट प्रशासन पर आंकड़े छिपाने का आरोप जागरण संवाददाता इट
देर से मिल रही डेंगू की जांच रिपोर्ट, प्रशासन पर आंकड़े छिपाने का आरोप
जागरण संवाददाता, इटावा : जिले में डेंगू के बढ़ते मरीज अब अस्पताल प्रशासन के लिए परेशानी का सबब बनते जा रहे हैं। डेंगू की देरी से मिलने वाली रिपोर्ट इसका मुख्य कारण बनी हुई है। मरीज अपनी जान जोखिम में डाल कर जिला अस्पताल तो आ रहे हैं लेकिन अब इनका विश्वास कम होता जा रहा है।
गुरुवार को नवरात्र के पहले दिन भी वायरल बुखार के मरीजों का अस्पताल में तांता लगा रहा। मरीजों का कहना है कि कई दिन से बुखार आ रहा है जांच कराने के बाद भी डेंगू की रिपोर्ट नहीं मिल रही है।
दवा लेने आए राम प्रताप सिंह, मीना सिंह, अजब सिंह, कैलाश बाबू ने बताया कि उन्हें कई दिनों से बुखार आ रहा है। फिर भी डेंगू की पुष्टि नहीं हो पा रही है। कई दिन पूर्व जांच कराई थी। जब भी लैब में व सीएमएस से बात करता हूं अभी रिपोर्ट आई नहीं कह दिया जाता है, जबकि बुखार के कारण प्लेटलेट्स गिरती जा रही हैं। 130 बच्चे वायरल बुखार से तपते पहुंचे जिला अस्पताल के वरिष्ठ शिशु रोग विशेषज्ञ डा. पीके गुप्ता का कहना है कि इस समय बुखार से तपते बच्चे भी बड़ी संख्या में उपचार को आ रहे हैं। गुरुवार को मरीज कम रहते हैं फिर भी 130 बच्चे इलाज को आए। मुख्य काउंटर से 910 मरीजों ने पर्चे लिए जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्साधीक्षक डा. एमएम आर्या ने बताया कि मुख्य काउंटर से 910 मरीजों ने पर्चा लिया। जबकि इमरजेंसी काउंटर से 150 मरीजों ने पर्चा खरीदा। 290 से अधिक मरीजों ने पुराने पर्चे पर उपचार लिया। डेंगू के लिए 80 जांचें भेजी गई बताया गया है कि इस समय लंबे समय तक रहने वाले बुखार के मरीज डेंगू के शक में जांच कराने आ रहे हैं गुरुवार को भी 80 मरीज जांच कराने आए जिनके नमूने उप्र आयुर्विज्ञान विश्व विद्यालय सैफई भेजे गए हैं। मरीज जमीन पर बैठने को मजबूर जिला अस्पताल में रजिस्ट्रेशन काउंटर से जितनी भी आय होती है उसका 20 फीसद अस्पताल के विकास को मिलता है। इस समय अस्पताल आने वाले मरीज जमीन पर बैठने को मजबूर हैं। अस्पताल प्रशासन द्वारा बेंच की भी व्यवस्था नहीं की जा रही है। जिला अस्पताल में इस समय वायरल बुखार के 33 मरीज भर्ती हैं। डेंगू का कोई मरीज नहीं है। 341 मरीज दवा लेने ओपीडी में आए। डा. एमएम आर्या मुख्य चिकित्साधीक्षक