जिला अस्पताल में 260 मरीज वायरल फीवर के पहुंचे
जागरण संवाददाता इटावा बुधवार को छोटी दीपावली होने का असर जिला अस्पताल पर भी पड़ा। सामा
जागरण संवाददाता, इटावा : बुधवार को छोटी दीपावली होने का असर जिला अस्पताल पर भी पड़ा। सामान्य दिनों की अपेक्षा बहुत कम मरीज ही अस्पताल में आए। मुख्य रजिस्ट्रेशन काउंटर से मात्र 315 मरीज ही रजिस्टर्ड हुए। जिसमें 260 मरीज बुखार के आए हैं। डेंगू का मरीज न निकलने से अस्पताल प्रशासन ने राहत महसूस की। प्रभारी सीएमएस डा. अनिल वर्मा ने बताया कि बुखार के 36 मरीज भर्ती हैं। जांच के लिए जो 117 नमूने भेजे गये थे, डेंगू का कोई नहीं निकला। इस दौरान 50 से अधिक बच्चों को भी उपचार दिया गया। शिशु रोग विशेषज्ञ डा. पीके गुप्ता ने बताया कि बच्चे भी बदलते मौसम का शिकार हो रहे हैं। अधिकांश बच्चे सर्दी, जुकाम, खांसी के ही आ रहे हैं। दीपावली के कारण जांच के लिए कुल 90 मरीज आये जिनमें 30 मरीज संदिग्ध मान कर उनके नमूने जांच के लिए उप्र आयुर्विज्ञान विश्व विद्यालय सैफई भेजे गये हैं। अस्पताल में प्लास्टिक सर्जरी का मार्ग प्रशस्त
डा. बीआर आंबेडकर जिला अस्पताल में तकरीबन 5 साल पूर्व 2.10 लाख की लागत से प्लास्टिक सर्जरी का वार्ड बनवाया गया था। लंबे समय से यूं ही काम चलता रहा अब डा. प्रशांत मिश्रा ने काम शुरु कर दिया है। उनका कहना है कि जले अथवा चिपके हुए हाथ पांव का उपचार संभव हो गया है। मड़ौली पंचायत में बढ़ा डेंगू का प्रकोप
संवादसूत्र, बकेवर : कस्बा लखना के समीपवर्ती ग्राम मड़ौली में डेंगू की दस्तक से दो दर्जन से अधिक लोग लखना कस्बा के निजी चिकित्सक व कुछ झोलाछाप से तथा कुछ लोग इटावा में उपचार करा रहे हैं। इनके घरों पर दीपावली की खुशियां बीमारी के कारण मायूसी में बदली हुई हैं।
स्वास्थ्य विभाग भले ही लोगों को प्लेटलेट्स कम होने को डेंगू नहीं मान रहा हो, लेकिन लोगों में डेंगू के ही लक्षण नजर आते हैं। पीड़ित कर्ज लेकर अपना व स्वजन का इलाज कराने को विवश हैं। लखना की समीपवर्ती ग्राम पंचायत मड़ौली में शिक्षक रमाकांत कुशवाहा इटावा में निजी चिकित्सक से उपचार करा रहे हैं। पप्पू, अनिल कुशवाहा, सुनील, योगेंद्र कुशवाहा, उनकी पत्नी सोना देवी व पुत्री मिस्टी, विपिन कुमार, राजकुमार कठेरिया के सभी स्वजन, अरविद कुशवाहा, गंगाराम कुशवाहा, अवध बिहारी व उनकी पत्नी, विनोद कुशवाहा, हीरालाल, यशपाल सिंह, शशि कुमार डेंगू की चपेट में हैं। वे अपना इलाज कस्बा के निजी व नया नहर पुल के पास झोलाछाप तथा इटावा के निजी चिकित्सक के यहां उपचार करा रहे हैं।
इस गांव में एक माह से डेंगू, वायरल बुखार का प्रकोप चल रहा है। इससे घर-घर चारपाईयां बिछी हुई हैं। गांव में गंदगी व जलभराव होने के बावजूद एंटी लार्वा का छिड़काव नहीं कराया गया है।