हड़ताल के कारण नहीं मिली एंबुलेंस, युवक की मौत

तालाब में डूब रहे युवक को निकाल आटो से लाया गया था जिला अस्पताल शव भी ई-रिक्शा से ही ले गए रोते-बिलखते परिवार वाले

By JagranEdited By: Publish:Thu, 29 Jul 2021 06:12 AM (IST) Updated:Thu, 29 Jul 2021 06:12 AM (IST)
हड़ताल के कारण नहीं मिली एंबुलेंस, युवक की मौत
हड़ताल के कारण नहीं मिली एंबुलेंस, युवक की मौत

जासं, एटा : कोतवाली देहात क्षेत्र के गांव कसैटी में तालाब में डूब रहे युवक को निकाल लिया गया। उस वक्त वह सांस ले रहा था। 108 एंबुलेंस को भी काल की गई, लेकिन एंबुलेंस नहीं पहुंची। अंतत: परिवार वाले आटो से युवक को जिला अस्पताल लेकर आए, जहां उसे बचाने की कोशिश की गई, लेकिन उसने दम तोड़ दिया। बाद में परिवार के लोग शव को भी ई-रिक्शा से ही गांव ले गए।

थाना कोतवाली देहात क्षेत्र के गांव कसेटी निवासी निखिल गुप्ता (18) शाम के वक्त गांव में बने तालाब समीप मौजूदा था। उसी समय वह संदिग्ध हालात में तालाब के पानी में गिर गया। ग्रामीणों ने उसे आनन-फानन में तालाब से बाहर निकाला। इसके बाद स्वजन ने उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया। जहां चिकित्सकों ने युवक को मृत घोषित कर दिया। इस पर स्वजन रोते बिलखते हुए युवक के शव को जिला अस्पताल से लेकर चले गए।

परिवार के लोगों ने बताया कि निखिल जब तालाब में डूबा तो उसे गांव के लोगों ने निकाल लिया था और उसके अंदर सांस थी। तभी 108 एंबुलेंस के लिए काल की गई, लेकिन एंबुलेंस नहीं पहुंची। अगर समय से एंबुलेंस पहुंच जाती तो हो सकता है कि निखिल की जान बच जाती। चिकित्सकों ने जब युवक को मृत घोषित कर दिया तो शव ले जाने के लिए भी परिवार वाले एंबुलेंस के लिए कोशिश करते रहे, लेकिन व्यवस्था नहीं हो पाई। ऐसे में परिवार के लोग ई-रिक्शा में युवक के शव को गांव ले गए।

उधर, एंबुलेंस कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष विवेक पाल ने बताया कि एंबुलेंस के लिए कर्मचारियों के पास लखनऊ से कोई काल नहीं आई। हड़ताल के बावजूद भी इमरजेंसी सेवाएं हमने बहाल रखी हैं, लेकिन जब कोई काल ही नहीं आई तो एंबुलेंस कहां भेजते। जो भी गलती रही वह कंपनी की है।

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