जब श्रद्धा मजबूत होगी तो परिणाम भी उसके अनुरूप होंगे
जैन मंदिर में चल रहा कल्याण मंदिर स्त्रोत शिविर गणाचार्य ने समझाया भावनाओं का मन से संबंध
जासं, एटा: शहर के जैन मंदिर में चल रहे कल्याण मंदिर स्त्रोत शिविर में गणाचार्य विराग सागर महाराज ने बताया कि जब श्रद्धा मजबूत होगी तो उसके परिणाम भी अनुकूल ही होंगे। श्रद्धा के बिना कोई भी कृपा नहीं मिल सकती।
उन्होंने कहा कि श्रद्धा तभी फलीभूत होती है। जब अपने गुरु के प्रति पूर्ण समर्पण भाव हो। गंगा गए तो गंगा दास और जमुना गए तो जमुनादास बनने से कुछ भी हासिल नहीं हो पाता। ऐसे में जितनी मजबूत नींव होती है। भवन उतना ही मजबूत होता है। अपने उपदेशों के माध्यम से उन्होंने लोगों को श्रद्धा के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति को उसके कार्य के अनुरूप ही परिणाम मिलते है। इस कार्यक्रम में आनंद जैन महामंत्री, उपाध्यक्ष पदम चंद्र, विनय सुधाकर, नितिन, प्रदीप, आलोक जैन, आकाश, डा. शैलेंद्र जैन, शशांक, शशिकांत, प्रशांत, प्रसुह, संजीव जैन समेत काफी श्रद्धालु मौजूद रहे।