जलेसर में टीटीएसपी टैंक नहीं बुझा सके ग्रामीणों की प्यास

खारे पानी की समस्या से नहीं मिल पा रही निजात कई गांवों और मजरों में सबमर्सिबल भी खराब

By JagranEdited By: Publish:Tue, 16 Mar 2021 06:01 AM (IST) Updated:Tue, 16 Mar 2021 06:01 AM (IST)
जलेसर में टीटीएसपी टैंक नहीं बुझा सके ग्रामीणों की प्यास
जलेसर में टीटीएसपी टैंक नहीं बुझा सके ग्रामीणों की प्यास

जासं, एटा: खारे पानी की समस्या से जूझ रहे जलेसर के गांवों को संकट से निजात अभी भी नहीं मिल पा रही। 27 करोड़ की लागत से टैंक टाइप स्टैंड पोस्ट (टीटीएसपी) योजना संचालित की गई थी, लेकिन इसका लाभ भी पूरी तरह लोगों को नहीं मिल पाया।

जलेसर क्षेत्र के गांवों में खारे पानी की समस्या अधिक है। तकरीबन 60 गांव ऐसे हैं जहां मीठे पानी के लिए लोग आज भी तरसते हैं। क्षेत्र के लोगों ने काफी आंदोलन किए थे, तब वर्ष 2016 में टीटीएसपी योजना बनाई गई। इसके अंतर्गत पानी के 300 टैंक गांवों में लगाए गए, जिनमें पानी भरने के लिए सबमर्सिबल की व्यवस्था की गई, लेकिन अब स्थिति यह है कि 40 फीसद से ज्यादा टैंक खाली पड़े हैं। इसका एक कारण यह भी है कि जलस्तर गिर गया है। खारा पानी निकलने लगा है।

गांव दौलतपुर निवासी विजेंद्र पाल सिंह ने बताया कि टीटीएसपी योजना के कई टैंक तो इस कारण नहीं भर पाते क्योंकि सबमर्सिबल खराब पड़ी हैं। ऐसी ही शिकायत सकरौली निवासी राजकुमार की है। 10 हजार लीटर क्षमता वाले हैं टैंक:

टीटीएसपी योजना के अंतर्गत जो टैंक लगाए गए हैं, वे 10 हजार लीटर क्षमता वाले हैं। कुछ स्थानों पर तो हाल यह है कि तीन वर्ष पूर्व यह टैंक लगा दिए गए, लेकिन लोगों को पानी देने के लिए पाइप लाइन नहीं बिछ पायी। सिर्फ टैंक के लिए ही बजट आया। यह परियोजना 27 करोड़ की थी। यह है समस्या:

जलेसर क्षेत्र के जिस गांव में खारा पानी है, उससे कई किलोमीटर दूर मीठे पानी के स्त्रोत भी हैं। ग्रामीणों को अधिक दूरी से मीठा पानी लाना पड़ता है, जिसकी वजह से समय अधिक लगता है। हर कोई वहां तक पहुंच नहीं पाता। अगर किसी गांव में किसी हैंडपंप का पानी अच्छा है तो उस पर दिनभर लाइन लगी रहती है। सकरौली, महानमई, बेगमपुर, बेरनी, भ्याऊ, बिचपुरी, दलशाहपुर, दौलतपुर समेत कई गांवों में टीटीएसपी टैंक लगे हैं, लेकिन ग्रामीणों के घर तक पाइप लाइन नहीं है। पशु भी नहीं पीते खारा पानी:

खारा पानी पशु भी नहीं पीते, जो लोग इस्तेमाल कर रहे हैं उन्हें स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं आ रही हैं। गांव सकरौली में कई लोग खारे पानी के कारण बीमारियों के शिकार हो गए, आंकड़े

27-करोड़ की है टीटीएसपी परियोजना

118-लगाए गए हैं टैंक

10-हजार लीटर एक टैंक की क्षमता

2-विकास खंडों में संचालित है परियोजना

4-ठेकेदारों को दिया था ठेका

जलेसर क्षेत्र में टीटीएसपी योजना के तहत पानी के टैंक लगवाए गए हैं। इन सभी टैंकों की स्थिति देखी जाएगी कि वे चालू हालत में हैं अथवा नहीं। अगर कहीं से शिकायत मिलती है तो उसका निराकरण किया जाएगा।

- एस भाटी, अधिशासी अभियंता, जल निगम

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