बारावफात के जुलूस में उमड़ी भीड़, रात को रोशनी
मारहरा में किया गाइड लाइन का पालन नहीं निकला जुलूस शहर में दी गई थी सिर्फ 200 लोगों को शामिल होने की अनुमति
एटा: शहर में परंपरागत रूप से निकाले गए बारावफात के जुलूस में भीड़ उमड़ पड़ी। जुलूस के लिए रोड खाली कराया गया, जबकि मारहरा में लोगों ने खुद ही जुलूस निकालने से तौबा कर लिया और वहां सिर्फ चिराग-ए रोशनी की गई।
जुलूस-ए-मुहम्मदी की शुरूआत अंजुमन गुलामानें रसूल कमेटी के बैनर तले मुहल्ला होली गेट स्थित हजरत अब्दुल गफूर शाह की दरगाह से हुई। यह जुलूस पटियाली गेट, मारहरा दरवाजा, पोता नगला स्थित दरगाह हसन शाह, कटरा मुहल्ला, ठंडी सड़क, जीटी रोड, घंटाघर, सुभाष मूर्ति, चौराहा वली मोहम्मद होता हुआ हजरत अब्दुल गफूर शाह की दरगाह पर समाप्त हुआ। जुलूस का झंडा हाजी सज्जाद हुसैन बरकाती व पूर्व चेयरमैन अशरफ हुसैन ने फहराया। जुलूस के दौरान एडीएम प्रशासन विवेक कुमार मिश्र, एसडीएम अबुल कलाम, सीओ सिटी राजकुमार सिंह, सीओ सदर इरफान नासिर खान, पूर्व नगर पालिकाध्यक्ष राकेश गांधी, जहीर अहमद, रियाज अली, मिल्की जैन, वारिश अली, सुहेल सिद्दीकी, अनस सिद्दीकी, नसीर, हाजी मुजम्मिल, मोहसिन मलिक, मोहम्मद गुफरान कुरैशी, कशिश एटवी आदि मौजूद रहे।
वहीं दूसरी तरफ जलेसर और अलीगंज में भी बारावफात के जुलूस निकाले गए, लेकिन वहां उपस्थिति सीमित रही। मारहरा में मुस्लिम समाज के लोगों ने गुरुवार रात को ही कोरोना के मद्देनजर जुलूस निकालने से इंकार कर दिया था। वहां सिर्फ चिराग-ए-रोशनी की गई। एटा शहर में प्रशासन ने सिर्फ 200 लोगों को ही जुलूस में शामिल होने की अनुमति दी थी, लेकिन भीड़ इससे कई गुना अधिक देखी गई। इसके अलावा सकीट, मिरहची, अवागढ़, जैथरा, राजा का रामपुर, निधौली कलां आदि स्थानों पर भी बारहवफात का त्योहार मनाया गया।