जिले में डीएपी खाद का टोटा, किसान हो रहे परेशान

लाहा की खेती करने में पिछड़ रहे किसान दुकानदार ले रहे मनमानी कीमत

By JagranEdited By: Publish:Fri, 01 Oct 2021 05:40 AM (IST) Updated:Fri, 01 Oct 2021 05:40 AM (IST)
जिले में डीएपी खाद का टोटा, किसान हो रहे परेशान
जिले में डीएपी खाद का टोटा, किसान हो रहे परेशान

जासं, एटा: बाजरा की खेती न कर पाने वाले किसान अब लाहा की फसल तैयार करने में जुट गए हैं। जिले की साधन सहकारी समितियों पर डीएपी खाद का टोटा किसानों को भारी पड़ रहा है। प्राइवेट दुकानदार किसानों से दो सौ और तीन सौ रुपये सरकारी मूल्य से अधिक में खाद बिक्री कर रहे हैं।

बारिश अधिक होने के कारण कुछ किसान बाजरा की फसल तैयार नहीं कर सके हैं। इसके कारण उनके खेत खाली पड़े हुए हैं। ऐसे में किसान लाहा की फसल तैयार करने के लिए जोरशोर के साथ लगे हुए हैं। खेतों की जुताई कराने के बाद किसान लाहा की फसल बोने के लिए खाद के लिए इधर-उधर भटक रहे हैं। जिले में बनी साधन सहकारी समितियों पर डीएपी खाद उपलब्ध नहीं है। इसे लेकर किसान समितियों से खाद न मिलने को लेकर मायूस लौट रहे हैं। जिन किसानों के खेत बोवाई के लिए तैयार हैं। वे लोग प्राइवेट दुकानदारों से डीएपी खाद खरीद रहे हैं। किसानों को एक बोरी पर दो सौ और तीन सौ रुपये अधिक खर्च करने पड़ रहे हैं। इससे किसानों का बजट गड़बड़ा रहा है। वहीं कोआपरेटिव एआर डा. महीपाल सिंह ने बताया कि इसी सप्ताह रैक आ जाएगी। जल्द ही सभी समितियों पर डीएपी खाद उपलब्ध होगी। जिला कृषि अधिकारी एमपी सिंह ने बताया कि प्राइवेट दुकानों पर डीएपी खाद मिल रही है। मूल्य से अधिक रुपये लेने वाले दुकानदारों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। ------ बोले किसान लाहा की फसल के लिए खेत तैयार कर दिया गया है। दो दिन से आस पास के साधन सहकारी समितियों पर चक्कर काट रहे हैं। इसके बाद मंडी समिति में भी खाद नहीं मिली। -अजीत सिंह, सिंहपुर -----

प्राईवेट दुकानों पर काफी मंहगी खाद की बोरी मिल रही है। सरकारी समितियों पर खाद लेने के लिए दो दिन चक्कर लगाने पड़ रहे हैं। बुबाई करने में देरी हो रही है। --इंदल सिंह, कुसाडी

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