मन की शांति पाने को आराध्य की शरण आवश्यक
बड़े जैन मंदिर में आयोजित हुए प्रवचन प्रार्थना का महत्व वैज्ञानिकों ने स्वीकारा
जासं, एटा: शहर के बड़े जैन मंदिर में गुरुवार को हुए धार्मिक कार्यक्रम में गणाचार्य विराग सागर महाराज ने कहा कि मन की शांति पाना हो तो अपने आराध्य की शरण लेना आवश्यक होता है। यह वैज्ञानिकों द्वारा माना जा चुका है। प्रार्थना करने से व्यक्ति के तन और मन को शांति प्राप्त होती है।
प्रवचन कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि हर धर्म के लोगों को अपनी उपासना पद्धति के माध्यम से पूजा करने का अधिकार है। प्रत्येक शहर में जिनालय और चैत्यालय बने है। जब भी जमीन की खुदाई होती है तो मूर्तियों का मिलना यह साबित करता है कि हमारे पूर्वज बहुत ही धार्मिक प्रवृत्ति के थे। अपने देश में तमाम अकृत्रिम जिनालय भी है। जिन्हें व्यक्तियों ने नहीं बनाया अपितु स्वयमेव निर्मित हुए है। उपासना का वर्णन तो पुराने शास्त्रों में भी उल्लेखित है। प्रत्येक व्यक्ति को चाहिए कि उसे तन और मन की शांति के लिए अपने आराध्य की शरण ले। कार्यक्रम में अध्यक्ष सुरेश चंद्र जैन, मीडिया प्रभारी आलोक जैन, विश्वलता जैन, मुकेश जैन, बौबी जैन, सुधीर कुमार जैन, दीपक जैन, आरती जैन, दीपिका जैन, मौनी जैन, सिद्दी जैन, विकास जैन, सीमा जैन, सोना जैन, दिया जैन, संदीप जैन समेत काफी लोग मौजूद रहे।