रिकार्ड बनाने वाले जिले में आवेदन के भी लाले

इंस्पायर अवार्ड योजना 2019 में 1372 बाल विज्ञानियों ने आवेदन कर जिले को दिलाया था गौरव इस साल अभी तक सिर्फ 73 आवेदन

By JagranEdited By: Publish:Sun, 10 Oct 2021 05:54 AM (IST) Updated:Sun, 10 Oct 2021 05:54 AM (IST)
रिकार्ड बनाने वाले जिले में आवेदन के भी लाले
रिकार्ड बनाने वाले जिले में आवेदन के भी लाले

जासं, एटा: इंस्पायर अवार्ड योजना को लेकर लापरवाही जिले की छवि को खराब कर रही है। बाल विज्ञानियों को प्रोत्साहित करने वाली योजना का हाल है कि दो साल पहले आवेदन के मामले में प्रदेश में चौथा स्थान पाया था। इस बार अभी तक मात्र 73 आवेदन ही हुए हैं। इस तरह जिले के शिक्षा विभाग की किरकिरी होती नजर आ रही है।

यहां बता दें कि जूनियर हाईस्कूल से लेकर माध्यमिक स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों में वैज्ञानिक सोच जागृत करने की वजह से यह योजना पिछले कई सालों से चलाई जा रही है। योजना के तहत बाल विज्ञानियों से विभिन्न प्रोजेक्ट तैयार कर उनके प्रस्तुतीकरण का अवसर दिया जाता है। उद्देश्य यही है कि भविष्य में इन्हीं विद्यार्थियों में से अच्छे विज्ञानी तैयार हो सकें। एटा जनपद भले ही पिछड़ा हो, लेकिन विज्ञान के मामले में यहां के मेधावी इंस्पायर अवार्ड योजना में बढ़-चढ़कर भाग लेते रहे हैं। योजना के तहत आवेदन करने वाले विद्यार्थियों में से चयनित होने वाले प्रोजेक्ट जिला और इसके बाद प्रदेश व राष्ट्रीय स्तर पर पहुंचने का अवसर प्राप्त होता है। प्रोजेक्ट तैयार करने के लिए बाल विज्ञानियों को प्रोत्साहन राशि दी दी जाती है।

योजना के अंतर्गत आवेदन में जिले में सबसे बेहतर प्रदर्शन 2019 में रहा। उस समय विभागीय अधिकारियों तथा विज्ञान शिक्षकों के प्रयास से रिकार्ड 1372 आवेदन हुए। प्रदेश में एटा को चौथा स्थान मिला। 2020 में कोरोना संक्रमण के बावजूद भी 672 बाल विज्ञानियों द्वारा अपने प्रोजेक्ट को लेकर आवेदन किए गए। 2021 का हाल यह है कि जिम्मेदारों की लापरवाही से 73 आवेदन ही हो सके हैं, जबकि 15 अक्टूबर अंतिम तिथि है। आवेदन के मामले में माध्यमिक स्कूलों से 60 तथा बेसिक शिक्षा से सिर्फ 13 आवेदन है। ऐसी स्थिति को लेकर जिले की साख योजना में बिगड़ती दिख रही है। प्रत्येक स्कूल से एक आवेदन भी होता तो फिर जिला रिकार्ड बना पाता।

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सभी स्कूलों के विज्ञान शिक्षकों को लगातार विज्ञान के मेधावी छात्र-छात्राओं से आवेदन को कहा जा रहा है। उच्चाधिकारियों द्वारा भी प्रयास किए जा रहे हैं। अंतिम तिथि तक आवेदन संतोषजनक होने की उम्मीद है।

राजेंद्र सिंह वर्मा, जिला समन्वयक इंस्पायर अवार्ड योजना

इसी योजना से चमके कई सितारे:

इंस्पायर अवार्ड योजना को लेकर जो लापरवाही नजर आ रही है उसी योजना से जिले के आधा दर्जन बाल विज्ञानी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान पा चुके हैं। श्रीजय प्रताप यादव ने अंतरराष्ट्रीय आइंस्टीन अवार्ड पाया है। वहीं बाल विज्ञानी वंदना फिलीपींस तथा जापान तक अपनी नींबू करौंदा तोड़ने की मशीन का जलवा दिखा चुकी है। जिले में स्कूलों की स्थिति

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555-जूनियर हाईस्कूल

64-सहायता प्राप्त माध्यमिक स्कूल

24-राजकीय माध्यमिक स्कूल

402-वित्तविहीन माध्यमिक स्कूल

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