आमरण अनशन पर बैठी वृद्धा की हालत बिगड़ी, पुलिस ने भर्ती कराया
सूचना मिलते ही दौड़े अधिकारी महिला की दो बीघा जमीन पर कर लिया है अवैध कब्जा
जासं, एटा: अपने गांव में आमरण अनशन पर बैठी वृद्ध महिला की हालत बिगड़ गई। सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासन की टीमें गांव की ओर दौड़ीं और महिला को अनशन स्थल से उठाकर मेडिकल कालेज की इमरजेंसी में भर्ती करा दिया। महिला ने अपनी दो बीघा जमीन अवैध कब्जे से मुक्त कराने के लिए अनशन शुरू किया था।
सदर तहसील क्षेत्र के गांव छछैना निवासी 65 वर्षीय बिरमा देवी की गांव में दो बीघा जमीन है। यह जमीन छह वर्ष पूर्व गांव के ही सुखदेव यादव ने बटाई पर ली थी। इसके बाद जमीन पर कब्जा कर लिया। महिला ने जब अपनी जमीन मांगी तो अदालत ने मुकदमा दायर कर दिया। महिला का कहना है कि अदालत का फैसला उनके पक्ष में आया, फिर भी पुलिस प्रशासन ने जमीन को कब्जामुक्त नहीं करवाया। आमरण अनशन पर बैठने से पहले महिला ने 10 बार पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को आमरण अनशन करने का नोटिस भी भेजा। इसके बाद बिरमा देवी छह सितंबर को गांव में ही एक पेड़ के नीचे आमरण अनशन पर बैठ गईं। बुधवार को वे बेहोश हो गईं। गांव वालों ने अधिकारियों को जानकारी दी, तब एसडीएम सदर अलंकार अग्निहोत्री व मलावन थाने का फोर्स पहुंच गया और महिला को एंबुलेंस से मेडिकल कालेज की इमरजेंसी भिजवा दिया, जहां वे भर्ती हैं।
महिला का इलाज कर रहे चिकित्सक डा. राहुल वाष्र्णेय ने बताया कि भूख के कारण महिला को ब्लड प्रेशर व शारीरिक कमजोरी की शिकायत है। उनका उपचार किया जा रहा है। वहीं एसडीएम सदर ने बताया कि अभिलेख देखे जा रहे हैं, महिला की बात अगर सही है तो उनकी जमीन उन्हें दिलाई जाएगी।