स्कूल में बच्चों पर नहीं डाला जाएगा पढ़ाई का बोझ

फिलहाल बेसिक शिक्षा के स्कूलों में टेस्ट लिखित व मौखिक परीक्षा पर रोक बच्चों को स्कूल भेजने के लिए भी किया जाएगा प्रेरित

By JagranEdited By: Publish:Thu, 09 Sep 2021 05:06 AM (IST) Updated:Thu, 09 Sep 2021 05:06 AM (IST)
स्कूल में बच्चों पर नहीं डाला जाएगा पढ़ाई का बोझ
स्कूल में बच्चों पर नहीं डाला जाएगा पढ़ाई का बोझ

जासं, एटा: स्कूल खुलने के बाद बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में पठन-पाठन के दिशा निर्देश जारी कर दिए गए हैं। परिषद के विद्यालयों में किसी भी प्रकार के टेस्ट और लिखित व मौखिक परीक्षा फिलहाल नहीं कराई जाएंगी। एक साथ बच्चों पर पढ़ाई का बोझ न पड़े इसके लिए नई गाइडलाइन दी गई है।

कोरोना की दूसरी लहर के बाद बच्चे स्कूल आ रहे हैं। ऐसे में उन पर पढ़ाई का बोझ डालने की जगह सहज वातावरण दिया जाए, इसलिए शिक्षकों को बच्चों के साथ खेल गतिविधियां कराने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही पहले और दूसरे सप्ताह में बच्चों को रोजाना एक शिक्षाप्रद कहानी सुनाई जाएगी। कोरोना के कारण लर्निंग गैप को दूर करने के लिए शिक्षकों व बच्चों के साथ गतिविधियां आयोजित कर बच्चों के वर्तमान शैक्षिक स्तर को समझा जाएगा। बीएसए संजय सिंह ने बताया है कि अग्रिम आदेश तक किसी भी स्थिति में बच्चों का किसी प्रकार का टेस्ट, लिखित या मौखिक परीक्षा नहीं कराई जाएगी। गणित, हिदी की पढ़ाई पर फोकस

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कक्षा एक से पांच में प्रतिदिन एक-एक घंटे गणित व हिदी की पढ़ाई कराई जाएगी। बाकी समय में बच्चों के साथ खेलकूद की गतिविधियों के साथ उन्हें पुस्तकालय की पुस्तकें पढ़ने का अवसर दिया जाएगा। कक्षा छह से आठ तक में हिदी और गणित के साथ ही विज्ञान व अंग्रेजी विषय पर भी ध्यान दिया जाएगा। ई-पाठशाला का संचालन जारी

-स्कूल न आने वाले बच्चों के लिए यूपी दूरदर्शन पर रोजाना सुबह नौ से दोपहर एक बजे तक ई-पाठशाला चलेगी। इसके लिए प्रत्येक रविवार शिक्षकों के वाटसएप ग्रुप पर कक्षावार एवं विषयवार शैक्षणिक सामग्री उपलब्ध कराई जाएगी। शिक्षक इसे अभिभावकों के वाटसएप ग्रुप पर साझा करेंगे और उन्हें ई-पाठशाला में शामिल होने को कहेंगे। घर-घर शिक्षक करेंगे काउंसिलिग

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जो बच्चे स्कूल नहीं आ रहे हैं, शिक्षक उनके घर जाकर अभिभावकों से संपर्क करेंगे। उनकी काउंसिलिग कर बच्चों को स्कूल भेजने के लिए तैयार करेंगे।

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