बाजार से लौट रहे ग्रामीण का शव मिला

नयागांव क्षेत्र में मंगलवार देर शाम बाजार से लौट रहे ग्रामीण का शव

By JagranEdited By: Publish:Thu, 26 Nov 2020 05:08 AM (IST) Updated:Thu, 26 Nov 2020 05:08 AM (IST)
बाजार से लौट रहे ग्रामीण का शव मिला
बाजार से लौट रहे ग्रामीण का शव मिला

एटा, जागरण संवाददाता : नयागांव क्षेत्र में मंगलवार देर शाम बाजार से लौट रहे ग्रामीण का शव रास्ते में गांव के पास पड़ा मिला है। मृतक के स्वजन ने हत्या की आशंका जताई है, जबकि पुलिस ग्रामीण की मौत हादसे में होना मान रही है।

मंगलवार देर शाम ग्राम नगला गढ़ा निवासी 50 वर्षीय नेत्रपाल सिंह बाजार से वापस पैदल घर लौट रहे थे। ग्राम अगहत के निकट उनका शव पड़ा मिला। मामले की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंच गई। इधर मृतक के स्वजन का कहना है कि गांव के ही कुछ लोगों से रास्ते को लेकर विवाद चला आ रहा है। मंगलवार सुबह और बुधवार शाम को कहासुनी के दौरान विरोधी पक्ष के लोगों ने जान से मारने की धमकी दी थी। पोस्टमार्टम गृह पर मौजूद मृतक के भाई चंद्रपाल सिंह का कहना है कि उसके भाई की हत्या करने के बाद घटना को हादसे का रूप देने के लिए शव को सड़क पर फेंका गया है। एसओ नयागांव दिनेश सिंह ने बताया कि मृतक के पुत्र मुलायम सिंह द्वारा अज्ञात बाइक चालक पर पिता को टक्कर मारने का आरोप लगाते हुए तहरीर दी थी, जिसके आधार पर दुर्घटना की रिपोर्ट अज्ञात बाइक चालक के खिलाफ दर्ज की जा चुकी है। बावजूद इसके ग्रामीण की मौत का सही कारण जानने के लिए पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।

नौकरी के नाम पर ठगी: कोतवाली नगर क्षेत्र के युवक से शिक्षा विभाग में नौकरी के नाम पर 4 लाख 50 हजार रुपये की ठगी कर ली गई। पीड़ित की तहरीर पर पुलिस ने धोखाधड़ी कर रकम हड़पने का मामला दर्ज कर लिया है।

शहर के मुहल्ला वर्मा नगर निवासी कुलभूषण ने पुलिस को जानकारी दी कि 11 साल पूर्व उसकी बहन कल्पना के जेठ राजेंद्र सिंह के साले फीरोजाबाद जिले के नसीरपुर क्षेत्र के नगला सुंदर निवासी शैलेंद्र सिंह से शिक्षा विभाग में सहायक अध्यापक के पद पर नौकरी के संबंध में बातचीत हुई थी। इस दौरान शैलेंद्र ने उसे आश्वासन दिया कि उसकी शिक्षा विभाग में अच्छी जुगाड़ है, उसे 4 लाख 50 हजार रुपये देने होंगे।

पीड़ित का कहना है कि आरोपित के कहने पर 4 लाख 10 हजार रुपये नकद दिए थे। इसके बाद 40 हजार रुपये शैलेंद्र के खाते में डाले गए। आरोपित द्वारा उसे फर्जी नियुक्ति पत्र दे दिया गया। शिक्षा विभाग में नौकरी न मिलने पर आरोपित ने कोआपरेटिव बैंक और सिचाई विभाग में नौकरी का आश्वासन दिया, लेकिन उसे नौकरी नहीं दिलवाई गई। पैसे मांगने पर आरोपित टालमटोल करता रहा। कोतवाली नगर के वरिष्ठ उपनिरीक्षक देवी चरन सिंह ने बताया कि कुलभूषण की तहरीर पर मामले की रिपोर्ट शैलेंद्र के खिलाफ दर्ज कर ली गई है।

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