शिक्षामित्रों को मिलेगा साल में 11 दिन का आकस्मिक अवकाश
अब तक माह में सिर्फ एक छुट्टी का था अधिकार संगठन बोले मानसिक बीमारी में इलाज को दिया फरमान
जासं, एटा: बेसिक शिक्षा विभाग में कार्यरत शिक्षामित्रों को शासन ने अब छुट्टियों के मामले में राहत दी है। वह साल में 11 आकस्मिक अवकाश कभी भी अपनी मर्जी से ले सकेंगे। उधर, शित्रामित्र संगठनों ने अवकाश के नए प्रविधान पर किसी भी तरह की खुशी के बजाय कटाक्ष किए हैं।
बेसिक शिक्षा में कार्यरत शिक्षामित्रों के लिए अब तक माह में सिर्फ एक अवकाश लेने का ही अधिकार था। इसके अलावा अन्य किसी भी तरह के अवकाश की स्थिति में उन्हें मानदेय कटौती से गुजरना पड़ता था। अब शासन द्वारा जारी नए निर्देशों में शिक्षामित्रों को छुट्टी के मामले में 11 आकस्मिक अवकाश का उपयोग कभी भी करने के लिए छूट दी गई है। स्पष्ट है कि वह महीने में एक के बजाय अपनी जरूरत पर 11 दिन का अवकाश कभी भी ले सकेंगे। इसके अतिरिक्त अवकाश पर ही उन्हें मानदेय कटौती करानी पड़ेगी। आदेश आने के बाद विभाग द्वारा इस संबंध में शिक्षामित्रों को भी अवकाश की नई गाइड लाइन से अवगत करा दिया है। इधर, अवकाश के नए फार्मूले पर प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के मंडल अध्यक्ष राजेश गुप्ता ने कहा है कि सहायक अध्यापक पद से समायोजन समाप्त होने के बाद तमाम शिक्षामित्र आत्महत्या कर चुके हैं और तमाम अवसाद के कारण बीमार हैं। शायद अवकाश का यह फरमान इसीलिए किया गया है ताकि बीमार शिक्षामित्र अपना इलाज कर सकें। जहां जरूरत शिक्षामित्रों की आर्थिक समस्या दूर करने की थी, वहां अवकाश पर आदेश उनका मजाक बनाने जैसा है। शिक्षामित्र नेता सुद्योत्तकर यादव का कहना है कि सरकार ने उन्हें सम्मानजनक मानदेय देने का वादा किया, लेकिन अभी तक एक रुपया मानदेय नहीं बढ़ाया।