नहीं मिला स्थान, एक ही जगह बैठे रहे चिकित्सक
मेडिकल कालेज के अधिकारियों में ठनी रार नहीं थम रही
जासं, एटा: मेडिकल कालेज के अधिकारियों में ठनी रार नहीं थम रही। मेडिकल कालेज में सामान खरीदने और व्यवस्थाओं को लेकर सोमवार को हुए हंगामा के बाद कार्यवाहक प्राचार्य एवं सीएमएस ने उच्च अधिकारियों से शिकायत की है। विभागीय जांच की जा रही है। वहीं जिला अस्पताल में फैकल्टी के चिकित्सकों के लिए जगह मंगलवार को भी उपलब्ध नहीं कराई गई।
मेडिकल कालेज के लिए बनाई गई फैकल्टी के 13 डाक्टरों ने यह आरोप लगाते हुए इस्तीफा दे दिया था कि सामान की खरीद-फरोख्त के बारे में उन्हें जानकारी नहीं दी जा रही तथा फैकल्टी के चिकित्सकों के लिए जिला अस्पताल में कोई व्यवस्था नहीं की गई है। वरिष्ठ चिकित्सा प्रभारी डा. प्रदीप और मेडिकल कालेज के कार्यवाहक प्राचार्य के बीच तीखी तकरार हुई थी। कार्यवाहक प्राचार्य ने चिकित्सा प्रभारी के खिलाफ शिकायत की है कि मेडिकल कालेज के काम में व्यवधान डाला जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग की छवि धूमिल करने की कोशिश की जा रही है, हालांकि कार्यवाहक प्राचार्य इस मामले में कुछ भी कहने से बचते रहे, उन्होंने इतना जरूर कहा कि उन्हें गालियां दी जाती हैं, अपमान किया जाता है। हम जो कार्रवाई कर रहे हैं वह विभागीय कार्रवाई है।
उधर, जिला अस्पताल में फैकल्टी के चिकित्सकों के लिए जगह मंगलवार को भी उपलब्ध नहीं कराई गई। एक ही कमरे में सभी चिकित्सक बैठे रहे। इन चिकित्सकों का कहना है कि बाबू से लेकर काउंसलर तक कमरे घिरे हुए हैं, जबकि एक ही कमरे में काउंसलर और बाबू का काम चल सकता है। फैकल्टी के लिए व्यवस्थाएं करनी चाहिए। क्रय समितियों से इस्तीफा देने वाले चिकित्सकों का कहना था कि उन्होंने बहुत सोच-समझकर त्याग पत्र दिया है। सामान की खरीद-फरोख्त से हमें कोई लेना-देना नहीं है, भविष्य में अगर कभी कोई जांच होती है तो हमें बेवजह परेशानी उठानी पड़ेगी। वरिष्ठ चिकित्सा प्रभारी डा. प्रदीप ने कहा कि हमने सच्चाई सामने रखी है, हम कोई विवाद पैदा नहीं कर रहे बल्कि व्यवस्थाएं दुरुस्त हों इसलिए अपनी बात कह रहे हैं।