राज्याभिषेक के साथ रामलीला महोत्सव का समापन

भगवान श्रीराम लक्ष्मण भरत शत्रुघ्न एवं हनुमानजी की आरती उतार कर तिलक किया गया

By JagranEdited By: Publish:Wed, 20 Oct 2021 05:58 AM (IST) Updated:Wed, 20 Oct 2021 05:58 AM (IST)
राज्याभिषेक के साथ रामलीला महोत्सव का समापन
राज्याभिषेक के साथ रामलीला महोत्सव का समापन

संसू, मारहरा (एटा): कस्बा में चल रहे रामलीला महोत्सव का समापन भगवान के राज्याभिषेक के साथ किया गया। भक्तों ने भगवान की आरती उतारी। तिलक किया। समूचा पंडाल जयकारों से गूंज उठा।

कस्बा के रामलीला ग्राउंड पर चल रहे रामलीला महोत्सव का समापन राजतिलक के साथ किया गया। प्रथम तिलक वशिष्ठ मुनि द्वारा किया गया। इसके बाद कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डा. सुबोध सक्सेना एवं डा. जयसिंह द्वारा भगवान श्रीराम, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न एवं हनुमानजी की आरती उतार कर तिलक किया गया। राज्याभिषेक का अनुष्ठान पं. मुनिदेव शास्त्री द्वारा वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ सम्पन्न कराया गया। साथ ही रामायणजी को बंद करने की परम्परा पूर्ण की गयी। दर्शकदीर्घा में मौजूद भक्तों ने भी भगवान की स्तुति की।

इस अवसर पर प्रेमचन्द्र साहू, गौरव गुप्ता, योगेश मुद्गल, राहुल साहू, बबलू चौधरी, अशोक यादव, विपिन यादव, सत्यवीर, प्रेमनाथ भारद्वाज, युवराजेन्द्र मिश्रा, तिलकेन्द्र मिश्रा एवं बड़ी संख्या में दर्शकगण मौजूद रहे। कृष्ण-सुदामा मिलन की कथा पर भावविभोर हुए श्रद्धालु

जासं, एटा: शहर के श्रंगार की देवी मठिया में चल रही भागवत कथा में कथावाचक ओमप्रकाश ने जब कृष्ण और सुदामा के मिलन की कथा को सुनाया तो कथानक को सुनकर श्रोतागण भावविभोर हो गए।

उन्होंने कहा कि सुदामा की पत्नी ने उनको बार-बार द्वारिकाधीश से मिलने के लिए प्रेरित किया, लेकिन स्वाभिमान उनको इसके लिए प्रेरित नहीं कर रहा था। इसके बावजूद जब वे श्रीकृष्ण से मिलने द्वारिका पहुंचे तो उनके मन में उमड़ रहे रहे विचारों को कथा व्यास ने अपने वाणी से लोगों को सुनाया तो सभी श्रोता मंत्रमुग्ध हो गए। इसके बाद जब वे कृष्ण के द्वार से बिना मिले लौट चले तो फिर उनकी द्वारिकाधीश से जो भेंट हुई। उसका वर्णन सुनकर सभी श्रोता भावविभोर हो गए। उन्होंने लोगों को सच्ची मित्रता के गुण बताए। कथा में परीक्षित सुखवीर सिंह ठेकेदार, यज्ञपति रामदास, महंत शांति गिरि, सतेंद्र सिंह धाकड़, दुर्गेश कुमार, सतेंद्र कुमार, जितेंद्र सिंह, जसवीर सिंह ठेकेदार, भूपेंद्र सिंह यादव, प्रदीप यादव, वीरपाल यादव समेत काफी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे।

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