शहर में अतिक्रमण के बोझ तले दबा यातायात
लंबे समय से नहीं चलाया गया अभियान किसी भी मार्ग पर नहीं अबाध यातायात
²श्य 1: शिकोहाबाद मार्ग पर सैनिक पड़ाव: सड़क पर दिनभर प्राइवेट ही नहीं, रोडवेज की बस यात्रियों को भरती नजर आती हैं। वाहन स्टैंड और यात्रियों की अधिकता को लेकर नाश्ता, फल आदि के हथठेल भी सड़क को आधा घेरे रहते हैं। राहगीरों को एक-एक कदम बढ़ाना मुश्किल होता है।
²श्य 2: नेशनल हाईवे पर एटा क्लब : यहां फुटपाथ और सड़क को टेंपो, प्राइवेट बसों सहित ट्रकों ने भी अपना अड्डा बना लिया है। कभी-कभी तो आधी सड़क घेरकर वाहन खड़े होते हैं। खासतौर से रात के समय। इनके चलते जाम तो लगता ही है, हादसों की आशंका भी रहती है। जासं, एटा: शहर के अंदर ये तो महज बानगी हैं। हालात इससे भी अधिक बदतर हैं। लंबे समय से शहर को अतिक्रमण मुक्त कराने के लिए अभियान नहीं चलाया गया है। इसके चलते हर मार्ग पर फुटपाथ ही नहीं, सड़क किनारे भी कब्जा लिए गए हैं। छोटे मार्गों से लेकर नेशनल हाईवे जीटी रोड तक को नहीं बख्शा गया है।
शहर में स्थित आगरा रोड, शिकोहाबाद रोड, निधौलीकलां रोड, कासगंज रोड, गंजडुंडवारा रोड, अलीगंज रोड आदि पर अतिक्रमण से तीन प्रकार किया गया है। पहले स्थायी दुकानों का सामान बाहर फैलाया जाता है। इसके आगे फड़ व्यवसायी और बाद में ठेल व्यवसायियों का कब्जा होता है। यही स्थिति शहर के कचहरी रोड, गांधी मार्केट, घंटाघर रोड, सुभाष मूर्ति रोड, ठंडी सड़क आदि मार्गों की है। जाम लगने की बड़ी वजह अतिक्रमण है। जिम्मेदार भी अच्छी तरह जानते हैं, फिर भी कार्रवाई न होना हैरानी की बात है।
-तरुण जैन, घंटाघर अतिक्रमण के कारण शहर की किसी भी सड़क पर बिना अटके निकलना संभव नहीं है। इसका समाधान होना चाहिए।
- मनमोहन राठी, जीटी रोड समस्या से मुक्ति दिलाने की लिए जरूरी है कि अतिक्रमण हटाओ अभियान को नियमित रूप से चलाया जाए।
- चंद्रशेखर, ठंडी सड़क डग्गामार वाहन, आटो और ई-रिक्शों की वजह से समस्या बढ़ती है। इनके लिए स्थान निर्धारित किया जाना चाहिए।
- रवि कुमार, बाबूगंज शहर से अतिक्रमण हटाने के लिए समय-समय पर कार्रवाई की जाती है। जिन स्थानों पर अतिक्रमण है, उन्हें चिन्हित कराकर नगर पालिका प्रशासन के साथ मिलकर अभियान चलाया जाएगा।
- अबुल कलाम, एसडीएम सदर