अपने प्रयास से बना दिया तालाब, वाटर लेवल भी बढ़ा

रात को लाइटों से जगमगाता है तालाब गांव के लोगों के लिए बना पिकनिक स्पाट

By JagranEdited By: Publish:Thu, 24 Jun 2021 05:27 AM (IST) Updated:Thu, 24 Jun 2021 05:27 AM (IST)
अपने प्रयास से बना दिया तालाब, वाटर लेवल भी बढ़ा
अपने प्रयास से बना दिया तालाब, वाटर लेवल भी बढ़ा

जासं, एटा: ग्राम पंचायत जिन्हैरा का वाटर लेवल तीन साल पूर्व 120 फीट था। गांव में बड़ा तालाब आबाद हो गया तो अब पानी 80 फीट की गहराई पर ही मिल रहा है। तालाब भी इन दिनों पिकनिक स्पाट बना हुआ है।

ग्राम पंचायत जिन्हैरा में वाटर लेवल काफी नीचे था। लोग बोरिग कराते थे, उन्हें 120 फीट से भी ज्यादा खोदाई करानी पड़ती थी। वाटर रीचार्ज की कोई व्यवस्था गांव में नहीं थी। तालाब की जगह खाली पड़ी हुई थी। समाजसेवी एवं ग्राम पंचायत प्रधान लक्ष्मी देवी उपाध्याय ने शासन की योजना का इंतजार नहीं किया और खुद तालाब का जीर्णोद्धार कराना शुरू कर दिया। इसके पीछे उद्देश्य यह था कि बड़ा तालाब बनने से इलाके का वाटर लेवल बढ़ जाएगा। जो नल जलस्तर नीचे गिरने के कारण पानी नहीं दे रहे वे पुन: काम कर सकते हैं और ऐसा ही हुआ। तीन साल पूर्व प्रधान ने अपने निजी पैसे से तालाब की खोदाई कराई। अब सवाल यह था कि इसमें पानी कहां से आए। इसके लिए सबमर्सिबल की बोरिग कराई गई और फिर तालाब में पानी भरा गया। तब से लेकर इस तालाब में पानी की कमी कभी नहीं रहती। जब पानी कम हो जाता है तो तत्काल ही उसे भर दिया जाता है। ऐसा तालाब जिलेभर में अन्य कहीं देखने को नहीं मिल रहा। इस तालाब को बनाने में पांच लाख रुपये की लागत आई।

तालाब की बाउंड्री कराकर इसको जोड़ने वाली चार सड़कें चौड़ी कराई गई हैं। इसके अलावा तालाब के किनारे 10 लाइट लगवाई गई हैं, जिनमें पांच बिजली की लाइट हैं और पांच सोलर लाइट लगी हैं। रात के वक्त लाइट से जगमगाते हुए यह तालाब अनूठा ही लगता है। गांव के लोग सुबह शाम इस तालाब के किनारे पहुंचते हैं, उनके बैठने के लिए बैंच लगवाई गई हैं। गांव के लोगों को अपना अनाज सुखाने के लिए तालाब के किनारे प्लेटफार्म मिल गया है, लेकिन इस सबसे भी ज्यादा लोग इसलिए खुश हैं, क्योंकि गांव का जलस्तर इस तालाब के कारण बढ़ गया है, जो नल घरों में पानी नहीं दे रहे थे, उनमें अब पानी आता है। जो लोग नई बोरिग कराते हैं, उन्हें ज्यादा खोदाई नहीं करानी पड़ती। ----------

हमारे गांव का तालाब सूखा था। रेन वाटर हार्वेस्टिग की कोई व्यवस्था नहीं थी। इस वजह से तालाब का निर्माण कराया गया और अब गांव का वाटर लेवल 120 फीट की जगह 80 फीट रह गया है। वर्षा का पानी इसी तालाब में जमा होता है। रेन वाटर हार्वेस्टिग का उद्देश्य जलस्तर बढ़ाना है और हमारा तालाब इसी दिशा में काम कर रहा है।

लक्ष्मी देवी उपाध्याय, प्रधान जिन्हैरा

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