पुलिस चौकी सूनी, पिकेट खाली, बस स्टैंड पर जरूर चेकिंगदिखी

अलीगंज चुंगी पर नहीं दिखाई दिए पुलिसकर्मी बस स्टैंड पर हर संदिग्ध से पूछताछ बसों में की तलाशी

By JagranEdited By: Publish:Sat, 23 Oct 2021 05:10 AM (IST) Updated:Sat, 23 Oct 2021 05:10 AM (IST)
पुलिस चौकी सूनी, पिकेट खाली, बस स्टैंड पर जरूर चेकिंगदिखी
पुलिस चौकी सूनी, पिकेट खाली, बस स्टैंड पर जरूर चेकिंगदिखी

जासं, एटा: शहर की सुरक्षा का जिम्मा संभालने वाली पुलिस कई स्थानों पर नहीं रात को दिखाई देती। घटनाओं की ²ष्टि से शहर के जो संवेदनशील स्थल हैं वहां पिकेट की तैनाती है, लेकिन रियलिटी चेक में गुरुवार रात कई जगह सुरक्षा व्यवस्था फेल दिखाई दी।

ओवरब्रिज, अलीगंज चुंगी, आगरा चुंगी पर पुलिसकर्मी तैनात नहीं मिले। शहर की कुछ चौकियां भी सुनसान मिलीं। इन दिनों रामलीला मैदान में मेला चल रहा है, जहां अंदर तो पुलिसकर्मियों की तैनाती है, लेकिन मेला से बाहर सुरक्षा की कोई व्यवस्था नहीं दिखाई दी। अलीगंज चुंगी पर लूट की सबसे ज्यादा वारदात होती हैं। यहां लुटेरे मोबाइल, चैन स्नेचिग, पैसे की छिनैती करना आदि घटनाओं को अंजाम देते हैं। ऐसा नहीं कि यह स्थिति पुलिस से छुपी हो, लेकिन पर्याप्त पुलिस बल की तैनाती नहीं है। रात एक बजे पुलिस चौकियों का आलम यह था कि नाइट ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मी भी ऊंघ रहे थे। रोडवेज बस स्टैंड पर जरूर सक्रियता दिखाई दी। अलीगंज चुंगी 11:45 बजे

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अलीगंज चौराहे पर सुनसान नजारा था। यहां कोई पुलिस चौकी नहीं है, लेकिन पुलिसकर्मियों की तैनाती है। बाकायदा ड्यूटी चार्ट में उनकी ड्यूटी भी चढ़ती है। ओवरलोड वाहन बेरोकटोक निकल रहे थे। कई गाड़ियां बालू की भी दिखाई दीं, जिन्हें टोकने वाला कोई नहीं था। तभी अलीगंज की ओर जाने वाली एक डग्गामार गाड़ी दिखी। चार यात्री काफी समय से किसी वाहन का अलीगंज जाने के लिए इंतजार कर रहे थे और यह गाड़ी उन्हें बैठा ले गई। चौराहे पर कोई पुलिसकर्मी नहीं था। इसलिए गाड़ी का स्टाफ बेरोकटोक सवारियों को ले गया। मेला स्थल सैनिक पड़ाव 12:00 बजे

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सैनिक पड़ाव में इन दिनों मेला लगा हुआ है। देर रात तक मेले में लोग जाते हैं। इनमें से तमाम लोग अलीगंज रोड से होकर भी निकलते हैं, जहां रात के वक्त लूट का सबसे अधिक खतरा रहता है। कैलाशगंज मोड़ के सामने स्थित मेला ग्राउंड के गेट पर किसी भी पुलिसकर्मी की तैनाती नहीं थी। जबकि मेला के दौरान ही इस गेट के पास छिनैती की कई घटनाएं हो चुकी हैं। हालांकि यहां पिकेट की तैनाती नहीं है, लेकिन मेला के कारण पुलिसकर्मियों की तैनाती होनी चाहिए थी। लोग मांग भी कर रहे थे, लेकिन फिर भी पुलिसकर्मी अलग से तैनात नहीं किए गए। कचहरी मोड़ 12:20 बजे

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कचहरी मोड़ पर पुलिस पिकेट प्वाइंट है, लेकिन रात के वक्त पिकेट सुनसान दिखाई दिया। यहां एक भी पुलिसकर्मी तैनात नहीं था, मगर वाहनों की आवाजाही लगातार बनी हुई थी। तभी एक रोडवेज बस आकर रुकी, जिसमें से परिचालक ने दो सवारियों को जबरन बस से उतार दिया था। किसी बात को लेकर वहां पर विवाद भी होता रहा और मारपीट तक की नौबत आ गई, लेकिन कोई भी पुलिसकर्मी तैनात न होने की वजह से बस का स्टाफ मनमानी करता रहा। इस पिकेट पर दिन में 3-4 पुलिसकर्मियों की तैनाती रहती है। आगरा चुंगी 12:30 बजे

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आगरा चुंगी पर भी हाल अलीगंज चौराहे जैसा ही था। यहां दूर-दूर तक कोई पुलिसकर्मी नजर नहीं आ रहा था। दो ट्रक यहां पर लकड़ी से लोड दिखाई दिए। थोड़ी देर बाद एक ट्रैक्टर भी लकड़ियों से भरा गुजरता दिखाई दिया। अगर पुलिसकर्मी होते तो इससे रोकते और लकड़ी की पूछताछ करते। यहां से एक सड़क जेल के लिए भी जाती है, जो सुनसान थी। ओवरब्रिज 12:45 बजे

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ओवरब्रिज पर एक पुलिस चौकी है, लेकिन गुरुवार की रात सुनसान दिखाई दी। इस रोड पर अलीगढ़-कासगंज की ओर से आने वाले वाहन भी गुजरते हैं, जिनकी रात के वक्त चेकिग तक नहीं की जाती कि किस वाहन में क्या सामान लोड है। मालवाहक वाहन आसानी से गुजर रहे थे। इनमें तमाम ओवरलोड ट्रक भी शामिल हैं। ओवरब्रिज पर देर रात जागरण टीम 20 मिनट तक रुकी, लेकिन वहां पुलिस का कोई गश्ती दल तक नहीं दिखाई दिया। हालांकि ओवरब्रिज थोड़ी दूरी पर शहर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक देवेंद्र नाथ मिश्रा अपनी टीम के साथ मौजूद थे। एक ट्रक में पशु जाते दिखाई दिए, क्योंकि पुलिसकर्मी नहीं थे। इसलिए किसी ने टोका तक नहीं। वन गांव पुलिस चौकी 1:05 बजे

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वनगांव पुलिस चौकी एक बार के लिए सुनसान दिखी, लेकिन तभी सीओ सिटी राजकुमार, शहर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक और पुलिस चौकी प्रभारी नरेंद्र तोमर की टीम सड़क पर नजर आई। यहां प्रत्येक वाहन की चेकिग की जा रही थी। रोडवेज बसों में जो भी संदिग्ध दिखाई दिया, उससे पुलिसकर्मियों ने स्वयं पूछताछ की। चौकी के पास ही क्यूआरटी की टीम तैनात मिली। इस दौरान प्राइवेट वाहनों को भी रोका जा रहा था और डिग्गी खुलवाकर देखी गई। बस स्टैंड के अंदर 1:15 बजे

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बस स्टैंड के अंदर पुलिस काफी सक्रिय थी। वनगांव चौकी पर चेकिग करने के बाद पुलिसकर्मी बस स्टैंड के अंदर दाखिल हो गए, जहां प्लेटफार्म पर तमाम लोग मौजूद थे। यहां प्रत्येक के सामान की तलाशी ली गई। लोगों से पूछताछ भी चलती रही। सीओ सिटी की अगुवाई में यह अभियान एक घंटे तक चला। इस दौरान यात्रियों को जागरूक भी किया गया कि वे अपने आसपास किसी संदिग्ध वस्तु को देखें तो तत्काल पुलिस को सूचना दें तथा जहरखुरान बदमाशों से बचने के लिए किसी की दी हुई चीज को न खाएं न पिएं। एक नजर जनवरी 2021 से लेकर अब तक

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मामले-अपराध

लूट की वारदात-28

हत्या-21

चोरी-105

अवैध शराब-436

एनडीपीएस-28

शस्त्र अधिनियम-342

गैंगस्टर-25

गुंडा एक्ट-274

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