बम-बम भोले के जयकारों से गूंजे शिवालय

सावन के पांचवें सोमवार को शिवालयों में बम-बम भोले की गूंज रही। श्रद्धा

By JagranEdited By: Publish:Mon, 03 Aug 2020 08:53 PM (IST) Updated:Tue, 04 Aug 2020 06:04 AM (IST)
बम-बम भोले के जयकारों से गूंजे शिवालय
बम-बम भोले के जयकारों से गूंजे शिवालय

एटा, जागरण संवाददाता : सावन के पांचवें सोमवार को शिवालयों में बम-बम भोले की गूंज रही। श्रद्धालुओं ने शारीरिक दूरी का पालन करते हुए पूजा-अर्चना की। श्रावण मास के अंतिम दिन उत्साह का माहौल रहा, लेकिन अधिकांशत: पूजा-अर्चना घरों में ही रहकर की गई।

शहर के प्राचीन कैलाश मंदिर के पट खुलते ही श्रद्धालुओं का पहुंचना शुरू हो गया। हालांकि कम तादात में ही शिव भक्त पहुंचे और उन्होंने भगवान शिव के चतुर्भुजी शिवलिग पर जलाभिषेक किया। सुबह के समय श्रद्धालु कुछ अधिक दिखे, लेकिन जैसे-जैसे दिन चढ़ता गया उनकी संख्या कम होती गई। इसकी वजह कोरोना संकट और मंदिरों में भीड़ जुटने पर लगी पाबंदी रही। वैसे भी सावन महीने के सभी सोमवार इसी स्थिति में रहे। मंदिर में भगवान शिव के शिवलिग को आकर्षक ढंग से सजाया गया था। लोग बेलपत्र चढ़ा रहे थे, कुछ श्रद्धालुओं ने दुग्धाभिषेक भी किया। मंदिर के पुजारी धीरेंद्र झा ने बताया कि भक्तों को मास्क लगाकर और सैनिटाइजेशन के बाद ही मंदिर में जाने की इजाजत दी गई और श्रद्धालुओं ने सरकार की गाइड लाइन का पालन भी किया।

इसके अलावा शहर के अन्य मंदिरों में भी भगवान शिव की पूजा-अर्चना की गई, लेकिन चुनिदा श्रद्धालु ही मंदिरों में दिखाई दिए। जलेसर के पटना पक्षी विहार स्थित इच्छेश्वर महादेव मंदिर में भी भगवान शिव की पूजा की गई। यहां भी कोरोना संकट के चलते गाइड लाइन का पालन करते हुए ही श्रद्धालु पहुंच पाए और अपने लिए मनौतियां मांगी। कुछ मंदिरों में भजन-कीर्तन के कार्यक्रम भी चलते रहे। नहीं लगा भुजरिया मेला

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भुजरियों के विसर्जन के लिए हर बार लगने वाला मेला इस बार नहीं लगा, हालांकि बहुत कम तादाद में लोग भुजरियों का विसर्जन करने को पहुंचे, जबकि होता यह था कि हर साल बड़ा आयोजन होता था और काफी रौनक रहती थी।

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