विश्वविद्यालय के उड़नदस्ते ने मारे कई केंद्रों पर छापे

डेढ़ घंटे की परीक्षा फिर भी अव्यवस्थाएं ग्रामीण क्षेत्र के महाविद्यालयों में कक्ष निरीक्षकों की पूर्ति नहीं

By JagranEdited By: Publish:Thu, 29 Jul 2021 06:37 AM (IST) Updated:Thu, 29 Jul 2021 06:37 AM (IST)
विश्वविद्यालय के उड़नदस्ते ने मारे कई केंद्रों पर छापे
विश्वविद्यालय के उड़नदस्ते ने मारे कई केंद्रों पर छापे

जासं, एटा: डा. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय की मुख्य परीक्षाओं के दूसरे दिन भी तमाम परीक्षा केंद्रों पर अव्यवस्थाएं रहीं। बारिश के मौसम में परीक्षार्थियों को भी ग्रामीण क्षेत्रों में परेशानी उठानी पड़ी। कक्ष निरीक्षकों की स्थिति में भी खास सुधार नहीं हो सका। उधर, विश्वविद्यालय के उड़नदस्ते ने परीक्षा के मध्य कई केंद्रों पर पहुंचकर छापामारी की।

बुधवार को सुबह की पाली में बीएससी फाइनल बाटनी, बीए द्वितीय तथा फाइनल की हिदी साहित्य विषय की परीक्षा संपन्न हुई। वहीं द्वितीय व तृतीय पाली में भी बीए फाइनल इंगलिश लिटरेचर तथा बीएससी द्वितीय वर्ष बाटनी का भी प्रश्नपत्र हुआ। जिले के सभी 39 परीक्षा केंद्रों पर तीनों ही पालियों में परीक्षा होने के कारण परीक्षार्थियों का खासा हुजूम नजर आया। केंद्रों पर व्यवस्थाएं सुधरने की स्थिति फिर भी नहीं दिखी। ग्रामीण क्षेत्र के केंद्रों पर खराब मौसम के मध्य परीक्षा कक्षों में रोशनी के पर्याप्त प्रबंध न होने के अलावा सैनिटाइजेशन भी नहीं कराया गया है। इसके अलावा पिछले सालों की तरह ही मानक के अनुरूप परीक्षा कक्षों में कक्ष निरीक्षकों की व्यवस्था नहीं हो पाई है। भले ही बेसिक शिक्षा विभाग के शिक्षकों की भी मांग के अनुरूप ड्यूटियां लगाने के निर्देश दिए गए थे, लेकिन ज्यादातर निजी महाविद्यालयों में सरकारी शिक्षकों की डिमांड न करते हुए अव्यवस्थाओं पर पर्दा डालने जैसी मनोस्थिति जताई है।

जेएलएन कालेज में परीक्षा के दौरान प्राचार्या डा. सुनीता सक्सेना की देखरेख में आंतरिक सचल दल में शामिल डा. मनोज सिंह, डा. बाबूलाल भारती, डा. प्रद्युम्न चतुर्वेदी, आशिक सलीम, डा. संजय यादव के द्वारा परीक्षार्थियों की तलाशी तथा सघन निगरानी की गई। उधर विश्वविद्यालय द्वारा गठित उड़नदस्ते ने डा. यदुवीर सिंह के नेतृत्व में जेएलएन कालेज में परीक्षाओं का जायजा लिया। वहीं मुख्यालय के समीपवर्ती आधा दर्जन केंद्रों पर भी छापेमारी की। हालांकि टीम द्वारा परीक्षा केंद्रों पर कुछ अव्यवस्थाओं को स्वीकारा, लेकिन बताया कि गोपनीय रिपोर्ट विश्वविद्यालय को दी जाएगी। उधर दूसरे दिन भी परीक्षा केंद्र बने निजी कालेजों के द्वारा परीक्षार्थियों की अनुपस्थिति की सूचना देने में नोडल केंद्र को परेशान किया। नोडल केंद्र प्रभारी डा. सुनीता सक्सेना ने बताया है कि निजी स्कूलों की कारगुजारी से विश्वविद्यालय को अवगत कराया गया है।

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