पाकिस्तानियों की जमीन पर काबिज लोगों को नोटिस, 27 तक मांगी आपत्तियां
गांव नदराला में मची खलबली शत्रु संपत्ति पर बने हैं मकान पाकिस्तान गए लोगों के भतीजे ने किया था कब्जा अब पुत्रों के नाम जमीन
जासं, एटा: अलीगंज तहसील क्षेत्र के गांव नदराला में दो पाकिस्तानियों की जमीन मिलने के बाद उसे शत्रु संपत्ति घोषित करने की कवायद प्रशासन ने तेज कर दी है। एसडीएम ने पांच लोगों को नोटिस देकर कहा है कि यह जमीन भारत सरकार के नियंत्रण में जाएगी, 27 सितंबर तक अपनी आपत्ति दर्ज करा सकते हैं। प्रकरण सामने आने के बाद से खलबली मची हुई है। जमीन बचाने के लिए लोग भाग-दौड़ कर रहे हैं।
गांव नदराला निवासी अजीज खां और उनके पिता सुल्तान खां भारत विभाजन के समय वर्ष 1947 में परिवार के साथ पाकिस्तान चले गए थे, उनके भतीजे याकूब खां यहीं रह गए। अभिलेखों में अजीज खां के नाम 1.07 एकड़ भूमि मिली है। इसके अलावा छह गाटा संख्या में से थोड़ा हिस्सा भी इन्हीं के नाम है। इस हिस्से में से कुल 0.376 हेक्टेअर जमीन पर याकूब खां ने अमल दरामद कराकर अपने कब्जे में ले ली थी। बाद में जमीन याकूब के पांच पुत्र वसीम, बन्ने, पुन्ने, हसीम खां और मतीम खां के नाम खसरा खतौनी में दर्ज हो गई। तहसील में जब अभिलेख खंगाले गए तो पूरा प्रकरण सामने आया। दो दिन पूर्व राजस्व विभाग की टीम ने गांव में नापतौल की। बुधवार को एसडीएम अलीगंज ने याकूब के पुत्रों के नाम नोटिस जारी कर दिए।
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कभी नहीं लौटे पाकिस्तान जाने वाले
पाकिस्तान जाने वाले अजीज खां और उनका परिवार कभी भारत लौटकर नहीं आया और न उनसे मिलने यहां से कोई गया। बन्ने खां का कहना है कि उनसे कभी कोई संपर्क ही नहीं हुआ। यह जमीन हमारे पूर्वजों की है, प्रशासन हमें बेवजह परेशान कर रहा है।
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दो भाई रहते हैं दिल्ली
दो भाई मतीम और वसीम दिल्ली रहते हैं, यदाकदा ही आते-जाते हैं। बन्ने खां, पुन्ने और हसीम नदराला में ही रहते हैं। प्रस्तावित शत्रु संपत्ति पर इनके दो मकान भी बने हैं जो कार्रवाई की जद में आ सकते हैं।
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पाकिस्तान गए लोगों की जमीन पर कब्जा करने वाले लोगों को नोटिस दिए गए हैं और 27 सितंबर तक आपत्तियां मांगी गईं हैं। प्रशासन शीघ्र ही अवैध कब्जे मुक्त कराकर इस जमीन को शत्रु संपत्ति घोषित कर भारत सरकार को सौंपेगा।
एसपी वर्मा, एसडीएम, अलीगंज