सकरौली रजवहा में तीन माह से नहीं आया पानी, किसान परेशान
खारे पानी के क्षेत्र में सिचाई के लिए साधन एकमात्र सकरौली रजवहा है
जागरण संवाददाता, जलेसर: खारे पानी के क्षेत्र में सिचाई के लिए साधन एकमात्र सकरौली रजवहा है। जिसमें पिछले 3 माह से पानी न आने के कारण किसानों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है।
शासन किसानों के लिए हर तरह की सुविधा मुहैया करने की बात कह रहा है। मगर हकीकत में किसानों को उनका वास्तविक हक भी नहीं मिल पा रहा। जिसमें सबसे अहम रजवहा में सिचाई के लिए पानी है। वह भी किसानों को समय से नहीं मिल पा रहा है। जिसे लेकर किसान आगे की फसल तैयार नहीं कर पा रहे हैं। सकरौली रजवहा में पानी न होने के कारण ग्राम नगवाई, शाहगढ़ी, नगला मितन, नगला बंबी, नगला मीरा, दिलोखरा, नगला लाल सिंह, टिपरिया, भुर्रका, सकरौली, सौना, मई, नगला सुखदेव, ग्वालियरा, काजीपुर बदनपुर, गुदाऊ आदि दर्जनों गांवों की हजारों बीघा जमीन बिना पानी के खाली पड़ी है। लाकडाउन के चलते पहले से ही किसान परेशान हैं। रजवहा में नियमित पानी उपलब्ध कराने के लिए किसान दयाराम पागल ने तहसील से लेकर मुख्यालय पर सैकड़ो बार अनशन किया था। भाकियू भानू ने भी दर्जनों बार आंदोलन किया था। हर बार आश्वासन का पिटारा थमाया जाता रहा। अब पिछले तीन महीने से रजवहा में पानी उपलब्ध नहीं हो पाया है। सकरौली रजवहा में पानी उपलब्ध कराने की मांग करने वालों में भारतीय किसान यूनियन भानू के प्रदेश अध्यक्ष योगश प्रताप सिंह, मंडल महासचिव लखन यादव, नगवाई के कैलाश यादव, मुकेश यादव, दिलोखरा बंटी यादव, सकरौली के सत्येंद्र सिह जादौन, बदनपुर के लोकेंद्र यादव, राम रायपुर के देवेंद्र सिंह नगला मीरा के कालीचरण यादव आदि लोग शामिल हैं।