शराब पिलाकर दामाद ने की ससुर की हत्या

ईंट-पत्थरों से कुचलकर चेहरा किया विकृत सकीट क्षेत्र में रविवार रात हुई वारदात

By JagranEdited By: Publish:Tue, 24 Nov 2020 06:38 AM (IST) Updated:Tue, 24 Nov 2020 06:38 AM (IST)
शराब पिलाकर दामाद ने की ससुर की हत्या
शराब पिलाकर दामाद ने की ससुर की हत्या

एटा: सकीट क्षेत्र में इटावा जनपद के वृद्ध की दामाद ने शराब पिलाने के बाद सिर में ईंट-पत्थर से प्रहार कर हत्या कर दी। पहचान छिपाने के लिए चेहरा भी विकृत कर दिया। पुलिस ने आरोपित दामाद को गिरफ्तार कर लिया है।

इटावा जनपद के ऊसराहार क्षेत्र के ग्राम भडरपुरा निवासी 60 वर्षीय सोने खां रविवार को बीमार पत्नी खन्नो बेगम को पुत्र जफरुद्दीन के साथ कार से दवा दिलाने एटा आए हुए थे। शहर में निजी चिकित्सक के यहां दवा दिलाने के बाद वह सभी सकीट क्षेत्र के ग्राम सरैया में बेटी शबाना के पास पहुंचे। पत्नी को बेटी के पास छोड़कर वह दामाद जमील और बेटा के साथ देर शाम ग्राम नगला गंगी में इरफान की बेटी की शादी में शामिल होने के लिए चले आए।

विवाह स्थल को जाते समय शाम को साढ़े छह बजे के करीब नगला गंगी गांव के बाहर पुलिया पर दामाद और ससुर उतर गए। दामाद ने जफरुद्दीन से कह दिया कि वह विवाह स्थल पर पहुंच जाए। बाद में फोन करेंगे तब ले जाना। विवाह में जब रात को पिता नहीं पहुंचे तो जफरुद्दीन ने जमील को फोन किया। पहले तो फोन उठाया नहीं। बाद में आ गया। रात एक बजे से लेकर कई घंटे तक जमील साले को ससुर की तलाश के बहाने गाड़ी में इधर-उधर घुमाता रहा। सोमवार सुबह नौ बजे सोने खां का शव सरैया रोड पर सड़क किनारे खेत में धान के पुआल पर खून से लथपथ हालत में पड़ा मिला। आरोप है कि शराब पिलाने के बाद जमील ने ससुर की ईंट-पत्थर से सिर में प्रहार कर हत्या कर दी। पहचान छिपाने के लिए उनका चेहरा भी विकृत कर दिया। सकीट के इंस्पेक्टर अतुल कुमार गौतम ने बताया कि मृतक के पुत्र की तहरीर पर रिपोर्ट जमील के खिलाफ दर्ज कर ली गई है। आरोपित से पूछताछ की जा रही है। बच्चे न होने पर छोड़ दिया था बहन को: पोस्टमार्टम गृह पर मौजूद जफरुद्दीन ने बताया कि चार-पांच वर्ष पूर्व जमील ने बहन शबाना के कोई बच्चा न होने के कारण उसे मारपीट कर घर से निकाल दिया था। करीब एक साल से अधिक समय तक बहन उसके घर रही थी। बाद में समझौता कर जमील बहन को अपने पास ले आया था। तभी से वह पिता से रंजिश मानता आ रहा था। नकदी लूटने का भी लगाया आरोप:

मृतक के पुत्र का कहना था कि मां को दवा दिलाने के लिए उसके पिता 50 हजार रुपये लेकर आए थे। उनकी जेब में सिर्फ नौ हजार रुपये मिले हैं। तीन हजार रुपये दवा में खर्च हुए थे। शेष रुपया पिता की हत्या करने के बाद बहनोई द्वारा लूट लिया गया है।

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