महिला अस्पताल में प्रसव के दौरान जच्चा-बच्चा की मौत
पिता ने दहेज उत्पीड़न व इलाज कराने में लापरवाही का लगाया आरोप चार ससुरालीजनों के खिलाफ दर्ज कराई रिपोर्ट 11 माह पहले शादी हुई थी
जासं, एटा: जिला महिला अस्पताल में प्रसव के दौरान बुधवार रात जच्चा-बच्चा की मौत हो गई। मृतका के पिता ने शादी के बाद से ही दहेज की अतिरिक्त मांग को लेकर बेटी को प्रताड़ित करने और इलाज में लापरवाही बरतने का ससुरालीजनों पर आरोप लगाया है। चार ससुरालीजनों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है।
सकीट क्षेत्र के ग्राम अंगदपुर निवासी विजय बहादुर सिंह ने पुलिस को जानकारी दी कि उसने 25 वर्षीय बेटी पूजा की शादी 11 माह पूर्व पिलुआ क्षेत्र के ग्राम धनिगा निवासी ब्रजेश कुमार के साथ की थी। बेटी की शादी में आठ लाख रुपये खर्च किया था। आरोप है कि शादी के बाद से ही अतिरिक्त दहेज की मांग को लेकर बेटी को प्रताड़ित करते आ रहे थे। उसकी गर्भवती बेटी को वह प्रसव के लिए बुधवार रात जिला महिला अस्पताल ले गए, जबकि उन्होंने अच्छे डाक्टर के यहां ले जाने को कहा था।
इधर, प्रसव के दौरान नवजात की मौत हो गई। शिशु को दफनाने के कुछ घंटे बाद ही जच्चा ने भी दम तोड़ दिया। पिता ने ब्रजेश और उसके स्वजन पर दहेज की अतिरिक्त मांग को लेकर प्रताड़ित करने और इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए पुलिस को तहरीर दी। वरिष्ठ उपनिरीक्षक देवेंद्र सिंह ने बताया कि रिपोर्ट ब्रजेश कुमार, उसके पिता चंद्रपाल, मां शांतिदेवी तथा बहन पुष्पा के खिलाफ दर्ज कर लिया गया है। आरोपित ससुरालीजनों की तलाश की जा रही है। शांति व्यवस्था को लगाया फोर्स:
प्रसव के दौरान जच्चा-बच्चा की मौत के बाद पोस्टमार्टम गृह पर शांति व्यवस्था बनाए रखने के उद्देश्य से कोतवाली नगर के अलावा कोतवाली देहात, मिरहची और महिला थाना पुलिस को लगाया गया था। आशंका थी कि कहीं पोस्टमार्टम के दौरान ससुरालीजन और मायके पक्ष में विवाद न हो जाए।