आपरेशन में लापरवाही से जच्चा-बच्चा की मौत, हंगामा

अलीगंज कोतवाली क्षेत्र में आपरेशन में लापरवाही से बच्चा और जच्चा की मौत हो गई। आक्रोशित स्वजन द्वारा हंगामा किया गया। मृतका के पति ने हास्पीटल के संचालक समेत पांच डाक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया है। आरोप लगाते हुए एफआइआर दर्ज कराई है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 13 Sep 2021 05:33 AM (IST) Updated:Mon, 13 Sep 2021 05:33 AM (IST)
आपरेशन में लापरवाही से जच्चा-बच्चा की मौत, हंगामा
आपरेशन में लापरवाही से जच्चा-बच्चा की मौत, हंगामा

जागरण संवाददाता, एटा: अलीगंज कोतवाली क्षेत्र में आपरेशन में लापरवाही से बच्चा और जच्चा की मौत हो गई। आक्रोशित स्वजन द्वारा हंगामा किया गया। मृतका के पति ने हास्पीटल के संचालक समेत पांच डाक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया है। आरोप लगाते हुए एफआइआर दर्ज कराई है।

शनिवार सुबह 7 बजे ग्राम अगौनापुर के आदेश कुमार शाक्य द्वारा प्रसव पीड़ा से परेशान 35 वर्षीय पत्नी रितु शाक्य को अलीगंज सराय रोड स्थित केपी हास्पीटल में भर्ती कराया गया। हास्पीटल के संचालक नयागांव थाना क्षेत्र के ग्राम मंगदपुर निवासी कैलाशचंद्र शाक्य और फतेहगढ़ स्थित राजीव गांधी कालोनी निवासी वरुण दुबे ने कहा कि बच्चा आपरेशन से पैदा होगा। इसके लिए फतेहगढ़ से जनरल सर्जन डा. मनीष कुमार सिंह और एमबीबीएस डा. पुष्पेंद्र शाक्य को बुलाया जा रहा है। आगरा के डाक्टर मनेंद्र सिंह चौहान भी मौजूद रहेंगे। जनरल सर्जन व अन्य डाक्टरों के आने के बाद दोपहर 11 बजे आपरेशन किया गया। इस दौरान नवजात शिशु ने कुछ देर बाद ही दम तोड़ दिया। स्वजन द्वारा नवजात शिशु को दफना दिया गया। शाम 5 बजे जच्चा की भी मौत हो गई। इसके बाद संचालक समेत सभी डाक्टर हास्पीटल से भाग गए।

आक्रोशित स्वजन ने हास्पीटल पर हंगामा किया। आपरेशन में लापरवाही से जच्चा-बच्चा की मौत और हंगामा की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई। आक्रोशित स्वजन को डाक्टरों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन देकर उन्हें शांत किया गया। अलीगंज के इंस्पेक्टर एके सिंह ने बताया कि मृतका के पति आदेश कुमार शाक्य की तहरीर पर मामले की रिपोर्ट हास्पीटल के संचालक कैलाशचंद्र शाक्य, वरुण दुबे, जनरल सर्जन डा. मनीष कुमार, डा. पुष्पेंद्र शाक्य और डा. मनेंद्र चौहान के खिलाफ दर्ज कर ली गई। आरोपित डाक्टरों की तलाश की जा रही है। संचालक कई घंटे तक छिपाए रहा राज

पोस्टमार्टम गृह पर मौजूद आदेश कुमार शाक्य का कहना था कि आपरेशन के दौरान बच्चा की मौत के कुछ समय बाद ही जच्चा की भी मौत हो गई थी, लेकिन हास्पीटल का संचालक कैलाशचंद्र शाक्य कई घंटे तक जच्चा की मौत का राज छिपाए रहा। बाद में वह भी अस्पताल छोड़कर भाग गया।

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