डेढ़ साल के बच्चे को पांच रोटी और दाल

बड़े हो या बच्चे भोजन वितरण में एक ही मानक दूध या अन्य पौष्टिक आहार की जरूरत मानते हैं तीमारदार

By JagranEdited By: Publish:Sun, 26 Sep 2021 04:59 AM (IST) Updated:Sun, 26 Sep 2021 04:59 AM (IST)
डेढ़ साल के बच्चे को पांच रोटी और दाल
डेढ़ साल के बच्चे को पांच रोटी और दाल

जासं, एटा: मेडिकल कालेज में इस समय डेंगू और पीकू वार्ड में तमाम बच्चे भर्ती हैं। व्यवस्था के अनुसार चाहें बच्चा डेढ़ साल का हो या पांच साल का, सभी को खाने में पांच रोटी और दाल दी जा रही है, जबकि उन्हें दूध या अन्य पौष्टिक खाद्य चीजें मिलनी चाहिए। मरीजों के तीमारदार इस पर आक्रोश जता रहे हैं।

पीडियाट्रिक वार्ड में 10 बेड हैं, सभी फुल हैं। इन बेडों पर बच्चे भर्ती हैं, इनमें एक साल से लेकर आठ साल तक के बच्चे अधिक हैं। कुछ बच्चे डेंगू वार्ड में भर्ती हैं। पीकू वार्ड में किसी भी बच्चे को भर्ती करने की नौबत नहीं आई है। यह अपनेआप में अच्छी बात है, लेकिन व्यवस्थाएं नाकाफी हैं। सुबह-शाम मेडिकल कालेज की तरफ से मरीजों को भोजन वितरित किया जाता है। इसमें सुबह के वक्त एक दाल और पांच रोटी दी जाती हैं। सवाल यह है कि बड़ी उम्र के लोग तो यह भोजन खा सकते हैं, लेकिन जो बच्चे छोटे हैं वे कैसे यह खाना खाएं।

बागवाला निवासी दो वर्षीय गगन डेंगू वार्ड में भर्ती है, इसके परिवार वालों ने बताया कि मरीज चाहे उम्र में छोटा हो या बड़ा, सबको एक ही मानक के अनुसार भोजन दिया जाता है। यह भी समझना चाहिए कि छोटा बच्चा दाल-रोटी नहीं खा सकता। इसलिए उसके लिए दूध व अन्य पौष्टिक वैकल्पिक व्यवस्था होनी चाहिए जो नहीं है।

पीडियाट्रिक वार्ड में भर्ती तीन वर्षीय संधि के पिता पवन का कहना था कि यहां भी रोटी-दाल वितरित की जाती है। एक सप्ताह पूर्व दाल में सुड़ियां भी निकली थीं, जिसको लेकर काफी हंगामा हुआ और इसके बाद मामले की लीपापोती कर दी गई। भोजन में शिकायतें मिलना यहां कोई नई बात नहीं है, मेडिकल कालेज से पहले जब जिला अस्पताल था, तब भी इसी तरह की गड़बड़ी सामने आती थी। सीएमएस डा. राजेश अग्रवाल ने बताया कि भोजन के बारे में पता किया जाएगा कि क्या-क्या चीजें दी जा रहीं हैं और किन मरीजों को क्या आवश्यकता है।

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