बिल्डिग अधूरी पर लोकार्पण के लिए तैयार मेडिकल कालेज

चिकित्सा विग के निर्माण में तेजी लाने के निर्देश नई बिल्डिग में ही शुरू हो सकेंगी शेष फैकल्टी

By JagranEdited By: Publish:Tue, 19 Oct 2021 05:25 AM (IST) Updated:Tue, 19 Oct 2021 05:25 AM (IST)
बिल्डिग अधूरी पर लोकार्पण के लिए तैयार मेडिकल कालेज
बिल्डिग अधूरी पर लोकार्पण के लिए तैयार मेडिकल कालेज

जासं, एटा: मेडिकल कालेज के लोकार्पण के लिए 25 अक्टूबर की तिथि निर्धारित कर दी गई है। प्रधानमंत्री सिद्धार्थनगर में वर्चुअल लोकार्पण करेंगे। दूसरी तरफ चिकित्सा विग के भवन अभी भी अधूरे हैं, लेकिन शिक्षा सत्र को मंजूरी मिल चुकी है। इसलिए लोकार्पण का रास्ता अब साफ हो गया है। स्वास्थ्य विभाग लोकार्पण की तैयारी कर रहा है।

मुख्य समारोह मेडिकल कालेज की एकेडेमिक विग में होगा। इसके लिए तैयारी की जा रही है। लैब की व्यवस्थाएं भी पूरी की जा रही है। दूसरी तरफ मेडिकल कालेज की एमसीएच विग में इस समय सर्जिकल, स्त्री एवं प्रसूति रोग, दांत, कान, नाक, पीडियाट्रिक फैकल्टी ही संचालित हैं। डायलासिस यूनिट पहले से ही बनी हुई है। एक ब्लड बैंक भी है। मेडिकल कालेज में सबसे दयनीय स्थिति ब्लड बैंक की है, अगर किसी को प्लेटलेट्स चाहिए तो वह आगरा या अलीगढ़ पर ही निर्भर है। जंबो पैक यहां नहीं मिल सकता। यही वजह है कि इन दिनों बुखार के मरीजों को मेडिकल कालेज द्वारा दूसरे मेडिकल कालेजों में रेफर किया जा रहा है। चिकित्सा विग जब पूरी तरह से बनकर तैयार हो जाएगी तो इन समस्याओं से निजात काफी हद तक मिलेगी और ट्रामा सेंटर भी यहां बन जाएगा। चिकित्सा विग में चार यूनिट का निर्माण हो रहा है, जिनमें कई फैकल्टी भी रहेंगी। इमरजेंसी से लेकर अलग-अलग फैकल्टी से संबंधित वार्ड भी बनाए जा रहे हैं। कार्यदायी संस्था को आठ माह के अंदर बिल्डिग हस्तांतरित करने का निर्देश दिया गया है। चिकित्सा विग पर सौ करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं। यहां वाहनों के लिए एक पार्किंग भी होगी। नया पोस्टमार्टम गृह नहीं बनेगा क्योंकि यह पहले से ही यहां बना हुआ है। जब एक तरफ की बिल्डिग हस्तांतरित हो जाएगी, तब दूसरी तरफ तोड़-फोड़ शुरू होगी। 330 बेड की व्यवस्था पूरी

-मेडिकल कालेज में 330 बेड की व्यवस्था कर दी गई है। जिला अस्पताल में सौ के लगभग बेड पहले से ही उपलब्ध थे, जबकि अन्य बेड पांच प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों तथा नौ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों से मंगाकर की गई है। कुछ बेड नए भी खरीदे गए हैं, हालांकि 100 बेड स्टाक में रखे हैं, जिनका उपयोग आवश्यकतानुसार किया जाएगा। :::

मेडिकल कालेज में पढ़ाई करने को मंजूरी मिल चुकी है। छात्र चिकित्सा विग में आकर प्रैक्टिकल करेंगे। इसलिए कार्यदायी संस्था से कहा गया है कि निर्धारित समय सीमा के अंतर्गत चिकित्सा विग की बिल्डिग स्वास्थ्य विभाग को हस्तांतरित करें।

डा. उमेश चंद्र त्रिपाठी, सीएमओ

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