एमसीआई टीम ने किया निरीक्षण, खामियां मिली

वेटीलेटर चलाने वाला आपरेटर मिला गायब नर्सें भी नहीं दे पाईं जवाब एमसीआई की रिपोर्ट में सब कुछ ठीक होने पर ही मिलेगी मेडिकल कालेज को मंजूरी।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 04 Aug 2021 06:02 AM (IST) Updated:Wed, 04 Aug 2021 06:02 AM (IST)
एमसीआई टीम ने किया निरीक्षण, खामियां मिली
एमसीआई टीम ने किया निरीक्षण, खामियां मिली

जागरण संवाददाता, एटा : एमसीआई टीम ने मेडिकल कालेज और जिला अस्पताल का निरीक्षण किया। इस दौरान जिला अस्पताल में तमाम अव्यवस्थाएं देखने को मिलीं, जिस पर टीम ने नाराजगी भी जताई और तल्ख टिप्पणियां कीं। टीम को वेटीलेटर चलाने वाला आपरेटर गायब मिला, जबकि नर्सों ने वेंटिलेटर के संचालन को लेकर हाथ खड़े कर दिए। अगर सब कुछ ठीक रहा तो मेडिकल कालेज को मान्यता मिल जाएगी और शिक्षा सत्र शुरू होने का रास्ता खुल जाएगा।

मेडिकल कालेज के निरीक्षण के लिए टीम दिल्ली से आई थी। मेडिकल कालेज के निरीक्षण के दौरान टीम के सदस्यों ने वहां चल रहा निर्माण कार्य भी देखा और लैब व अन्य फैकल्टी की व्यवस्थाएं भी परखीं। इसके बाद यह टीम जिला अस्पताल पहुंची, जहां हर वार्ड में जाकर मुआयना किया। इस दौरान सर्जिकल वार्ड में टीम के सदस्यों ने एक नर्स से वेटीलेटर का संचालन करने के लिए कहा तो इस नर्स ने असमर्थता जता दी और टीम को जानकारी दी कि वेंटिलेटर चलाने के लिए आपरेटर की नियुक्ति है, लेकिन जब पूछा गया कि आपरेटर कहां हैं तो वह गायब मिला। एमसीआई की टीम ने एक-एक बेड के बारे में जानकारी ली कि किस वार्ड में कितने बेड हैं। बता दें कि कम से कम 330 बेड होने चाहिए, तब मेडिकल कालेज का मानक पूरा होगा। एमसीएच विग में भी टीम पहुंची और वहां बेड की व्यवस्था देखी, लेकिन पर्याप्त बेड वहां भी नहीं मिले। इस दौरान मेडिकल कालेज के प्राचार्य डा. राजेश गुप्ता, सीएमएस डा. राजेश अग्रवाल, प्रशासनिक अधिकारी डा. प्रदीप कुमार समेत स्वास्थ्य विभाग के कई अधिकारी, कर्मचारी मौजूद रहे। अस्पताल को देखकर भगवान भी रोता होगा:

एमसीआई की टीम के सदस्य बर्न वार्ड का निरीक्षण करने के लिए भी पहुंचे और स्टाफ से पूछताछ की, लेकिन व्यवस्थाओं के संबंध में टीम संतुष्ट नजर नहीं आई। वर्न वार्ड से निकलकर टीम के एक सदस्य ने टिप्पणी की कि इस अस्पताल में पर्याप्त बेड तक नहीं हैं, तमाम अव्यवस्थाएं हैं, इस अस्पताल को देखकर तो भगवान भी रोता होगा। एमसीआई टीम दो घंटे तक जिला अस्पताल में रही।

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