माता महागौरी की घर-घर पूजा, गूंजे जयकारे

नवरात्र की अष्टमी पर जिलेभर के मंदिरों तथा घर-घर में दिन भर माता क

By JagranEdited By: Publish:Wed, 21 Apr 2021 02:57 AM (IST) Updated:Wed, 21 Apr 2021 02:57 AM (IST)
माता महागौरी की घर-घर पूजा, गूंजे जयकारे
माता महागौरी की घर-घर पूजा, गूंजे जयकारे

जागरण संवाददाता,एटा: नवरात्र की अष्टमी पर जिलेभर के मंदिरों तथा घर-घर में दिन भर माता के जयकारे गूंजते रहे। इस दौरान घर-घर में महागौरी की पूजा की गई व मंदिरों में आरती व अन्य कार्यक्रम हुए। उधर माता के जलाभिषेक के लिए मंदिरों में श्रद्धालु कतारों में अपनी बारी का इंतजार करते हुए जय-जयकार करते नजर आए।

महागौरी की पूजा के लिए मंदिरों में सुबह से ही श्रद्धालुओं का पहुंचना शुरू हो गया। भोर होते ही मंदिरों के घंटे घनघनाने लगे। शहर में काली मंदिर की ओर जाने वाले सारे रास्तों पर श्रद्धालुओं की कतार लगी हुई थी। यहां पथवारी मंदिर पर सुबह शारीरिक दूरी के साथ यज्ञ का आयोजन किया गया, जिसमें तमाम महिला, पुरुषों ने आहुतियां दीं। मां दुर्गा की आठवीं शक्ति का नाम महागौरी है। शाम को घरों में सामूहिक कीर्तन, भजन आदि हुआ, जिसमें श्रद्धालु जमकर थिरके। इसके अलावा जनता दुर्गा मंदिर पर सुबह से ही खासी भीड़ रही। मां शीतला देवी के मंदिर पर भी अन्य दिनों की अपेक्षा अष्टमी के दिन भीड़ अधिक रही। श्रद्धालु मास्क के अलावा पूजा समिति के साथ सैनिटाइजर हाथ में लिए नजर आए। शांतिनगर स्थित दुर्गा मंदिर में भी पूजा अर्चना की गई। कस्बाई क्षेत्रों में भी वातावरण माता के जयकारों से गुंजायमान रहा।

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बोलीं महिला श्रद्धालु - महागौरी हमारे अंदर विनम्रता, विनयशीलता का भाव जगाती हैं। उनकी पूजा करने से मनवांछित फल मिलता है तथा भक्तों की मनोकामना अवश्य पूरी होती है। कोरोना के हाल में मां सभी को स्वस्थ बनाए रखें।

प्रिया भामाशाह

- नवरात्र के दिनों में उपवास रखना इंसान के अंदर संकल्प और निष्ठा का भाव जगाता है। संयमित दिनचर्या के लिए उपवास एक उन्नतशील माध्यम है, जो शारीरिक विकास के द्वार भी खोलता है। मां मौजूदा संकट भी टालेंगी। पूजा - नवरात्र के दिनों में नियमित पूजा करने से मन को शांति मिलती है। फिलहाल बीमारियां परेशान किए हैं लेकिन देवी मां सच्चे मन से पूजा करने वालों को जरूर हालातों से जूझने की ताकत मिलेगी। मां सभी का कल्याण करें।

सीमा वर्मा

- देवी मां के नौ रूप हैं। हर रूप व्यापक है। धरती पर जब भी अनाचार हुआ, तब ही देवी मां ने अवतरित होकर राक्षसों का संहार किया है। मां आदिशक्ति कोरोना वायरस से भी मुक्ति दिलाएंगी।

अनीता गुप्ता

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