मंगलमुखी ने फंदा लगाकर की खुदकुशी
बंद कमरे में दुपट्टे से लटका मिला शव काशीराम आवासीय कालोनी में हुई घटना
जासं, एटा: कोतवाली नगर क्षेत्र में मंगलमुखी ने फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली। उसका शव बंद कमरे में दुपट्टे के फंदे से लटका मिला है। वह पिता की मौत के बाद से अकेला रह रहा था।
शनिवार सुबह राजस्थान के गोकुलधाम में रह रहा हरिओम गल्ला मंडी के सामने काशीराम आवासीय कालोनी के ब्लाक 21 स्थित आवास में रह रहे 23 वर्षीय मंगलमुखी भाई दीपक उर्फ दीप्ति को दरवाजा अंदर से बंद होने के कारण आवाज दी। कोई जवाब न मिलने पर हरिओम ने समीपवर्ती लोगों की मदद से जब उसने पिछले दरवाजे से अंदर झांककर देखा तो भाई का शव फंदे पर लटका देख दंग रह गया। मामले की जानकारी भाई ने पुलिस को दी। जिस पर कोतवाली नगर पुलिस पहुंच गई।
कालोनी के लोगों की मदद से दरवाजा तोड़कर फंदे पर लटके दीपक के शव को नीचे उतारा गया। मृतक के भाई ने पुलिस को बताया कि आठ वर्ष पूर्व हुई पिता की मौत के बाद से ही उसका भाई अकेला कमरे में रहता था। पिछले चार साल से भाई मंगलमुखियों के साथ आता जाता था। वह राजस्थान में अपनी बहन रानी के पास रहता है। वह शुक्रवार शाम को एटा आया था। मंगलमुखी ने खुदकुशी क्यों की इस संबंध में वह पुलिस को कोई खास जानकारी नहीं दे सका। कोतवाली नगर में तैनात निरीक्षक अपराध राजेश कुमार मीणा ने बताया कि दीपक नशे का आदी था। खुदकुशी के कारणों की छानबीन की जा रही है। काफी देर तक हंसकर की थी बात
-शनिवार को पोस्टमार्टम गृह पर मौजूद काशीराम आवासीय कालोनी के लोगों का कहना था कि रात 9.30 बजे तक दीपक ने खूब हंसकर बात की थी। उसकी बातों से नहीं लग रहा था कि वह किसी परेशानी में है। मंगलमुखी द्वारा की गई खुदकुशी को लेकर आसपास के लोग हैरान हैं।