एटा में मुख्य परीक्षाएं शुरू, जेएलएन बनाया नोडल केंद्र

उत्तर पुस्तिकाओं को जमा करने में महाविद्यालयों में खूब छकाया जिले में 39 परीक्षा केंद्रों पर चल रही परीक्षा

By JagranEdited By: Publish:Wed, 28 Jul 2021 06:28 AM (IST) Updated:Wed, 28 Jul 2021 06:28 AM (IST)
एटा में मुख्य परीक्षाएं शुरू, जेएलएन बनाया नोडल केंद्र
एटा में मुख्य परीक्षाएं शुरू, जेएलएन बनाया नोडल केंद्र

जासं, एटा: डा. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय की मुख्य परीक्षाएं मंगलवार से शुरू हो गईं। जिले में 39 परीक्षा केंद्रों पर तीनों पालियों में परीक्षा आयोजित हुई। उधर विश्वविद्यालय द्वारा सिर्फ जेएलएन कालेज को नोडल केंद्र बनाए जाने की स्थिति में तमाम केंद्र बने महाविद्यालयों ने उत्तर पुस्तिकाएं समय से जमा करने को लेकर खूब छकाया। उधर पहली ही मुख्य परीक्षा में तमाम केंद्रों पर पर्याप्त कक्ष निरीक्षकों की व्यवस्थाएं भी नहीं हो सकीं।

यहां बता दें कि विश्वविद्यालय द्वारा स्नातक द्वितीय तथा फाइनल की परीक्षाएं वैसे तो 24 जुलाई से ही शुरू करा दी हैं। पिछले दिनों वैकल्पिक या कम परीक्षार्थियों वाली परीक्षा हुई। मंगलवार को प्रमुख परीक्षाओं की शुरूआत हुई। इससे पहले ही विश्वविद्यालय द्वारा पूरे जिले के 39 परीक्षा केंद्रों के लिए जेएलएन कालेज को नोडल केंद्र बना दिया। सुबह की पाली में बीएससी फाइनल फिजिक्स तथा बीए हिदी साहित्य के अलावा दूसरी पाली में अंग्रेजी साहित्य द्वितीय वर्ष की परीक्षा थी। जेएलएन कालेज में 238 परीक्षार्थियों में से आठ अनुपस्थित रहे। जिले के अन्य परीक्षा केंद्रों पर भी पहले दिन की मुख्य परीक्षा के मध्य काफी अव्यवस्थाएं नजर आईं। पिछले साल बनाए गए परीक्षा केंद्रों की ही पुनरावृत्ति किए जाने के कारण परीक्षार्थियों को अधिक दूरी तथा बारिश के चलते केंद्रों तक पहुंचने में भी दिक्कतें उठानी पड़ीं।

परीक्षा के दौरान कक्ष निरीक्षकों की पर्याप्त उपलब्धता को लेकर भी समस्या नजर आई। उधर परीक्षा केंद्रों से नोडल केंद्र तक उत्तर पुस्तिकाएं देरी से जमा होने की स्थिति में नोडल केंद्र के जिम्मेदारों को भी परेशान किया। देरी तक उत्तर पुस्तिकाएं जमा की जाती रहीं। विश्वविद्यालय द्वारा पिछले साल चार नोडल केंद्र बनाए जाने की स्थिति में परीक्षा केंद्रों को समय से कापियां भेजने के मामले में राहत भी थी, लेकिन इस बार सिर्फ एक मुख्यालय पर नोडल केंद्र बनाने से परेशानियां बढ़ गईं।

परीक्षा केंद्रों से उत्तर पुस्तिकाएं देरी से भेजे जाने को लेकर नोडल केंद्र प्रभारी जेएलएन कालेज की प्राचार्या डा. सुनीता सक्सेना ने कड़ी नाराजगी जताई है। उन्होंने संबंधित परीक्षा केंद्रों को समय से उत्तर पुस्तिकाएं जमा कराने के निर्देश दिए हैं। वहीं सुधार न होने की स्थिति में उच्च शिक्षाधिकारी तथा विश्वविद्यालय को भी अवगत कराने की बात कही है। उन्होंने बताया कि उत्तर पुस्तिकाओं को समय से पहुंचाने में यदि लापरवाही की गई तो संबंधित केंद्र व्यवस्थापकों के विरुद्ध कार्रवाई के लिए भी रिपोर्ट विश्वविद्यालय को प्रेषित की जाएगी। नहीं हुईं परीक्षार्थियों की मुश्किलें कम

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पिछले साल विश्वविद्यालय परीक्षाओं के दौरान परीक्षा केंद्र मानकों के विपरीत बनाए जाने तथा परीक्षार्थियों के लिए असुविधाजनक होने को लेकर विश्वविद्यालय से तमाम शिकायतें की गईं। विश्वविद्यालय पर गलत तरीके से केंद्र बनाए जाने के आरोप भी लगाए गए थे। इसके बावजूद इस बार पुराने केंद्रों की पुनरावृत्ति सैकड़ों परीक्षार्थियों की परेशानी फिर भी कम न हुई। अभी भी बारिश के मौसम में 30 से 40 किलोमीटर दूर के केंद्रों पर परीक्षा देने के लिए परीक्षार्थी मजबूर हैं। खास बात तो यह है कि ग्रामीण क्षेत्रों के केंद्रों पर अव्यवस्थाएं ही अव्यवस्थाएं हैं, जिन्हें कोई देखने वाला नहीं।

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