धर्म के बिना जीवन शून्य के समान
निर्मलता से आता व्यक्तित्व में निखार गणाचार्य ने बताए मूल्यांकन के आधार
जासं, एटा: शहर के बड़े जैन मंदिर में चल रहे धार्मिक कार्यक्रम में गणाचार्य विराग सागर ने बताया कि धर्म के बिना प्रत्येक जीव का जीवन शून्य के समान है। मंदिर में भगवान पार्श्वनाथ का श्रद्धालुओं ने धूमधाम से अभिषेक किया।
गुरुवार को मंदिर में सुबह से ही श्रावक-श्राविकाओं का तांता लगने लगा। उन्होंने भगवान पार्श्वनाथ के साथ मंदिर में स्थित तीर्थांकरों व मुनिराजों की प्रतिमाओं का पूजन किया। श्रावकों ने भगवान के अभिषेक की प्रक्रिया पूर्ण की। प्रवचन कार्यक्रम में गणाचार्य ने कहा कि जीवन तो पशु भी जी लेते हैं। मानव जीवन बड़ी मुश्किलों से मिलता है। ऐसे में मानव जीवन को धर्मोचित तरीके से ही जीना चाहिए। धर्म के बिना जीवन शून्य के समान ही होता है। ऐसी अवस्था में धर्म रहित व्यक्ति का आचरण पशु के समान ही दिखाई देता है। मंदिर में सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित हुए। अध्यक्ष सुरेश चंद्र जैन, महामंत्री आनंद जैन, सोना जैन,आलोक जैन, संजय जैन, डा. शैलेंद्र जैन, अनीता जैन, विकास जैन, सीमा जैन, सोना जैन, दिया जैन, विश्वलता जैन, बौबी जैन, दीपक जैन, सुधीर कुमार जैन, प्रदीप कुमार जैन, पूते जैन, कुनाल जैन, आरती जैन, मौनी जैन, दीपिका जैन, सिद्धी जैन समेत काफी संख्या में लोग मौजूद रहे।